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नई दिल्लीः दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले तगड़ा झटका लगा है। दिल्ली की चांदनी चौक विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि अलका लांबा कई महीनों से अपनी ही पार्टी से नाराज़ चल रहीं थीं। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाक़ात की थी। और अब उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट करके पार्टी छोड़ने की जानकारी दी है।
अलका लांबा ने ट्विट करते हुए ट्विटर में लिखा, AAP को गुड बॉय कहने का समय आ गया है. पिछले साल की यात्रा से बहुत कुछ सीखा है। सभी को धन्यवाद’। बता दें कि अलका लांबा बीस साल से कांग्रेस से जुड़ी हुई थीं, छ साल पहले उन्होंने कांग्रेस से छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा था, और अब आम आदमी पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है।
केजरीवाल को डबल झटका
जानकारी के लिये बता दें कि आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में चुनाव के मद्देनज़र जनसंवाद यात्रा निकाली जा रही है। लेकिन पार्टी अपने नाराज़ नेताओं को मनाने में कामयाब नहीं हो पा रही है, कुछ दिन पहले दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने भी आम आदमी पार्टी को गुड बॉय कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था, और अब अलका लांबा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
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क्यों नाराज़ थीं अलका
इसी साल लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार पर अलका लांबा द्वारा कहा गया था कि अरविंद केजरीवाल की भी जिम्मेदारी तय करनी होगी. इसके बाद उनको पार्टी के विधायकों वाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया. इसके बाद शुरू हुआ मतभेद का सिलसिला लगातार बढ़ता चला गया और बात यहां तक पहुंच गई कि अरविंद केजरीवाल के रोड शो में उन्हें कार में ही बैठे रहने को कह दिया गया, इससे नाराज उस रोड शो को बीच में ही छोड़कर चली आईं. इतना ही नहीं अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी के उस प्रस्ताव का भी खुले तौर पर विरोध किया था जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को मिले भारत रत्न वापस लेने की मांग की गई थी।