बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले अभ्यर्थियों को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में करीब 94 हजार शिक्षक पदों पर नियुक्ति तीन माह के भीतर हो जाएगी। 31 अगस्त को चयनित शिक्षकों को नियोजन पत्र दे दिए जाएंगे।
सोमवार को शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन का संशोधित शेड्यूल जारी कर दिया। नये शिड्यूल के जरिए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) से 18 माह का सेवाकालीन डिप्लोमा इन एलिमेन्ट्री एजुकेशन (डीईएलएड) कोर्स कर चुके टीईटी पास अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका सरकार ने दिया है। पटना हाईकोर्ट के 21 जनवरी 2020 के आदेश के अनुपालन के आलोक में एनसीटीई से हरी झंडी के बाद उन्हें यह मौका मिला है।
अधिसूचना के मुताबिक एनआईओएस से डीईएलएड डिग्रीधारी टीईटी पास अभ्यर्थियों को आवेदन के लिए एक माह का मौका दिया गया है। गौरतलब हो कि आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने 3 जून के ही अंक में प्रमुखता से पहले पृष्ठ पर ‘राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में 94 हजार शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ’ हेडिंग से खबर छापी थी और सोमवार को संशोधित शिड्यूल जारी कर शिक्षा विभाग ने इसपर अपनी मुहर लगा दी।
नियोजन को लेकर गतिविधियां 15 जून से ही आरंभ हो जाएंगी। इस तिथि से 14 जुलाई तक मात्र डीईएलएड वाले टीईटी/सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से आवेदन लिये जायेंगे। 18 जुलाई तक मेधा सूची तैयार होगी। 21 जुलाई तक नियोजन समिति द्वारा मेधा सूची का अनुमोदन होगा। 23 को मेधा सूची का प्रकाशन होगा। 24 जुलाई से 7 अगस्त तक मेधा सूची पर आपत्ति की जा सकेगी। 12 अगस्त तक मेधा सूची का अंतिम प्रकाशन हो जाएगा। 13 से 22 अगस्त के बीच जिला द्वारा पंचायत एवं प्रखंड की मेधा सूची का अनुमोदन होगा, जबकि 25 अगस्त को नियोजन इकाइयों द्वारा मेधा सूची का सार्वजनीकरण किया जाएगा। 28 अगस्त को आवेदन के साथ संलग्न सेल्फ अटेस्टेड प्रमाण पत्रों का मूल प्रमाण पत्र से मिलान एवं चयन सूची का निर्माण, जबकि 31 अगस्त को चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच कर नियोजन पत्र दिया जाएगा।