छत्तीसगढ़ के दौरे पर गए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस कभी सिद्धांतों पर आधारित पार्टी नहीं रही. यह तो देश को आजादी दिलाने के खास मकसद से गठित संगठन था. इसलिए आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कांग्रेस को खत्म करने के लिए कहा था क्योंकि वह इसकी कमजोरियों को अच्छी तरह जानते थे. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्टके मुताबिक इसी क्रम में शाह ने महात्मा गांधी को ‘चतुर बनिया’ कहा.
द इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट के मुताबिक अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस किसी एक विचारधारा के आधार पर, किसी एक सिद्धांत के आधार पर बनी हुई पार्टी ही नहीं है, वो आजादी प्राप्त करने का एक स्पेशल पर्पज व्हीकल है, आजादी प्राप्त करने का एक साधन था. और इसीलिए महात्मा गांधी ने दूरंदेशी के साथ, बहुत चतुर बनिया था वो, उसको मालूम था क्या होने वाला है, उसने आजादी के बाद तुरंत कहा था, कांग्रेस को बिखेर देना चाहिए. महात्मा गांधी ने नहीं किया, लेकिन अब कुछ लोग उसको बिखेरने का काम समाप्त रहे हैं. इसलिए ही कहा था महात्मा गांधी ने, क्योंकि कांग्रेस की कोई आइडियोलॉजी ही नहीं थी, सिद्धांतों के आधार पर बनी हुई पार्टी ही नहीं थी. देश चलाने के, सरकार चलाने के कोई सिद्धांत ही नहीं थे.’
इसके उलट बीजेपी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सिद्धांतों पर आधारित पार्टी है. ‘विचारों की सुस्पष्टता’ की वजह से पार्टी का अहम मुद्दों पर नजरिया एकदम साफ है. उन्होंने कहा, ”…हमें कोई भ्रम नहीं है. हम एकदम स्पष्ट हैं. अगर कोई देश द्रोही नारे लगाएगा, वो देशद्रोही कहलाया जाएगा.” एक कार्यक्रम में बोलने के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि देश की 1650 पार्टियों में से केवल बीजेपी और कम्युनिस्ट माकपा ही है जिनके भीतर आंतरिक लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि सबको पता है कि सोनिया गांधी जब कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटेंगी तो राहुल गांधी अध्यक्ष होंगे लेकिन बीजेपी के बारे में कोई नहीं कह सकता कि अगला पार्टी अध्यक्ष कौन होगा. अमित शाह इस वक्त छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. शनिवार को उनके दौरे का आखिरी दिन है.