असम में सरकार बनने के बाद पहली बार होगा कैबिनेट विस्तार, 6 नए चेहरे शामिल होने की संभावना
असम में बीजेपी गठबंधन की सरकार बनने ने के बाद यह पहला मौका होगा, जब कैबिनेट में फेरबदल देखने को मिलेंगे. असम सरकार के गठन को दो साल पूरे होने वाले हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल गुरुवार को पहली बार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने के लिए तैयार हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) के चार और सहयोगी गठबंधन पाटिर्यो असम गण परिषद (एजीपी) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के एक-एक सदस्य सहित मंत्रिमंडल में छह नए चेहरे शामिल होने की संभावना है.
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भाजपा ने भले ही चुप्पी साध रखी है, लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नए चेहरों के तौर पर भाजपा विधायकों सिद्धार्थ भट्टाचार्य, सम रोंघांग, तपन गोगोई और पियूष हजारिका के नामों की चर्चा जोरों पर है.
सूत्रों ने कहा, “भाजपा की एक महिला विधायक को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है.” सूत्रों ने साथ ही कहा कि अंगूरलता डेका के नाम की चर्चा भी जोरों पर है, जिन्होंने बताद्रबा विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी. वह भाजपा की मुखर विधायकों में से एक हैं. वर्तमान में सोनोवाल के 11 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल सहित भाजपा के सात विधायक हैं. बाकी दो एजीपी और दो बीपीएफ के विधायक शामिल हैं.
असम मंत्रिमंडल में अधिकतम 19 सदस्य हो सकते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा एक ही बार में ऐसा करने की संभावना कम है. एजीपी के वरिष्ठ नेता फनी भूषण चौधरी के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है. बीपीएफ द्वारा इमैनुएल मोशाहैरी या चंदन ब्रह्मा के नाम को आगे बढ़ाने की संभावना है.