सृजन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई टीम के प्रमुख बदलने पर आरजेडी ने कड़ी प्रतिक्रिया की है. सीबीआई ने इस मामले की जांच कर रहे टीम के एएसपी एस के मालिक की जगह एएसपी एन महतो को टीम का नया इंचार्ज बनाया गया है. आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का कहना है कि सृजन महाघोटाले की हो रही सीबीआई जांच में अभी तक सिर्फ छोटी मछलियां पर ही प्राथमिकी दर्ज की जा रही है जबकि इस घोटाले के तार सत्ता के शीर्ष तक जुड़े हैं.
बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए शक्ति सिंह ने कहा कि सरकार के संज्ञान में रहने के बावजूद भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया बल्कि लूट की छूट देकर खजाने को लुटाया गया. इस पूरे घोटाले के साजिशकर्ता और 120/बी के मुजरिम जब तक सत्ता की कुर्सी पर आसीन रहेंगे तब तक निष्पक्ष जांच की उम्मीद करना बेईमानी होगी. उन्होंने कहा कि गैर बीजेपी शासित राज्यों में विपक्ष के नेताओं के प्रति सीबीआई का रवैया जितना तत्परता पूर्ण रहता है जिसकी बानगी देश के कई लोग देख भी रहे हैं और व्यापम ही सबसे बड़ा नमूना है.
सीबीआई पर सवाल उठाते हुए आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि CBI का इस्तेमाल अपने लोगों और गठबंधन के साथियों को बचाने के लिए किया जाएगा तो संस्था के साख में बट्टा लगना तय है. उन्होंने कहा कि चारा घोटाले मामले में सीबीआई के अधिकारियों ने जिस तरह साजिश का आरोप लालू यादव पर लगाया था जबकि चारा घोटाले मामले में जांच का आदेश भी स्वयं लालू प्रसाद ने ही दिया था.
शक्ति सिंह ने कहा कि अलग से कोई पशुपालन का बजटीय उपबंध नहीं था. सृजन मामले में जांच को भी दबाया गया और हर प्रकार के ध्यान आकर्षण को नकारकर सृजन मामले से अकूत सम्पति धन संग्रह करने की छूट दी गयी. सीबीआई इस पूरे मामले की जांच बिना राग द्वेष के करे और साजिशकर्ता को भी जल्द नामजद अभियुक्त बनाकर प्राथमिकी दर्ज करे. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच से ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा. आम लोगों के मन में यह बात