नई दिल्ली: इराक के मोसुल से अगवा हुए 39 भारतीय नागरिकों की मौत की जानकारी संसद में देने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सुबह इस मामले पर वेंकैया नायडू से बात की थी, जिसके बाग उन्होंने आश्वासन दिया था कि वो सदन में सभी नेताओं से शांति बनाए रखने को कहेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि लोकसभा में भी नेता मेरी बातों को ध्यान से सुनेंगे, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि लोकसभा में हंगामे का नेतृत्व कांग्रेस ने किया.कांग्रेस ने इसका बीड़ा ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौपा थी. उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या कांग्रेस की संवेदनशीलता खत्म हो गई है?
सुषमा स्वराज ने इस मौके पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि क्या मौत पर भी राजनीति करेगी कांग्रेस. कांग्रेस का कांग्रेस का व्यवहार ओछी राजनीति जैसा है. उम्मीद थी लोकसभी में बात रख पाऊंगी. लेकिन सिंधिया को हंगामे का बीड़ा दिया गया था. राज्यसभा ने शांति से मेरी बात सुनी, उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या मौत पर भी राजनीति करेंगे. उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि बताए ऐसा क्यों किया.
सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मृतकों के परिजनों को इस बात की खबर देरी से बताने पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल भेजे गए, जितनी कोशिश की जा सकती थी, हमने की. कहा गया था डीएनए सैंपल भिजवाइए. एक टीले के बारे में जानकारी मिली, हमने टीले की जांच के लिए कहा, जांच में पता चला कि टीले के नीचे 39 शव हैं. बगदाद में पार्थिव शरीर लाए गए और डीएनए सैंपल की मैचिंग की गई. एक-एक शव की पहचान के बाद ही ऐलान किया गया.
विदेश मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि मृतक भारतीय मूल रूप से कहां से हैं. उन्होंने बताया कि मृतकों में पंजाब के 24 लोग, हिमाचल के 4 लोग, बिहार के 6 लोग और बंगाल के 2 लोग शामिल हैं. उन्होंने यह भी बताया कि बिहार के एक नागरिक की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन उसका नाम राजू यादव बताया.
सुषमा स्वराज ने बताया कि आज कांग्रेस का व्यवहार सीमा पार कर गया. उन्होंने कहा कि लोकसभा में जितने भारी मन से गई थी, उससे भारी मन से लौटी. क्या मौत पर भी हम राजनीति करेंगे? राज्यसभा में वे देख चुके थे कि मैं अशुभ समाचार देने आई हूं. लेकिन लोगों को उन्होंने सुनने नहीं दिया.
इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज बताया कि इराक में वर्ष 2015 में आईएसआईएस द्वारा अपहृत सभी 39 भारतीय मारे गए. राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने अपनी ओर से दिए गए एक बयान में बताया कि जून 2015 में इराक के मोसुल शहर में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने कम से कम 40 भारतीयों का अपहरण किया था. इनमें से एक व्यक्ति खुद को बांग्लादेश से आया मुस्लिम बता कर बच निकला. शेष 39 भारतीयों को बदूश ले जा कर मार डाला गया. उन्होंने बताया कि अपहृत भारतीयों को बदूश शहर ले जाए जाने के बारे में जानकारी उस कंपनी से मिली जहां ये भारतीय काम करते थे.