80 और 90 के दशक में अपनी खूबसूरती और अदाकारी से बॉलीवुड पर राज करने वाली हिरोइन फराह नाज ने कई हिट फिल्में दीं, लेकिन कॅरियर के पीक पर शादी करके वो अचानक गायब हो गईं. उनकी लव स्टोरी दारा सिंह के बेटे विंदू दारा के सिंह के साथ कई दिनों तक चर्चा का विषय बनी रही.
कौन है फराह नाज? तब्बू की बड़ी बहन फराह ने 1985 में ‘फासले’ से फिल्मी कॅरियर शुरू किया था. उन्होंने ऋषि कपूर, संजय दत्त, अनिल कपूर, मिथुन, गोविंदा, आमिर खान जैसे स्टार्स के साथ काम किया है. इस दौरान उन्होंने ‘नसीब अपना-अपना’, ‘यतीम’, ‘मरते दम तक’, ‘लव 86’ और ‘ईमानदार‘ जैसी फिल्में की. उनकी आखिरी फिल्म ‘शिखर 2005’ आई थी.
इस फिल्म के बाद वे बॉलीवुड से दूर हो गईं.
बिंदू दारा सिंह के प्यार में पड़ी फराह फराह जब अपने कॅरियर की ऊंचाई पर थीं, तभी पहलवान दारा सिंह के बेटे बिंदू दारा सिंह ने उनकी मुलाकात हुई. कुछ ही मुलाकातों के बाद फराह और बिंदू ने शादी का फैसला किया, लेकिन उसके बाद उन्हें कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उस दौर में फराह बहुत बड़ा नाम थीं, वहीं बिंदू उस वक्त बॉलीवुड में अपना नाम बनाने की कोशिश कर रहे थे.
अलग धर्म बन रहा था मुसीबत
फराह मुस्लिम परिवार से थीं और बिंदू हिंदू, ऐसे में बिंदू के पिता दारा सिंह को ये रिश्ता पसंद नहीं आ रहा था. साथ ही दारा सिंह नहीं चाहते थे कि उनकी होने वाली बहू फिल्मों में काम करे, लेकिन दोनों की नजदीकियां अक्सर बॉलीवुड की पार्टी में देखने को मिलती थी. दोनों हर जगह साथ नजर आते. Read: इन 8 अभिनेत्रियों को इंतज़ार है अपने हमसफ़र का शादी से पहले बन गईं मां ! 1996 में अचानक दोनों ने शादी कर ली. एक वेबसाइट के मुताबिक खबरें थीं कि उस दौरान फराह मां बनने वाली थी, और इसलिए दोनों ने 1996 में घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी भी कर ली, हालांकि शादी के बाद सबकुछ ठीक नहीं रहा, क्योंकि दारा सिंह चाहते थे कि फराह शादी के बाद फिल्मों से दूर रहें और घर पर खाना बनाएं. परिवार के दबाव में फराह ने काम करना छोड़ दिया.
बिंदू कर रहे थे स्ट्रगल
जहां एक तरफ फराह मशहूर एक्ट्रेस थीं, वहीं बिंदू उस दौरान फिल्मों में आने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन उन्हें कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लग रही थी. इस दौरान दोनों दारा सिंह के साथ ही रहे और दोनों कपल को एक बेटा हुआ जिसका नाम फतेह रंधावा है. मैगजिन में छपी खबरों की मानें तो बिंदू का कुछ ना करना अब फराह को खटकने लगे था और अक्सर इसी बात को लेकर दोनों में मतभेद होते थे.
7 साल बाद टूटा रिश्ता
कुछ साल दारा सिंह के साथ रहने के बाद दोनों मुंबई चले गए और यहां पर आने के बाद रिश्ते में परेशानियां बढ़ती चली गई. अचनाक ही दोनों के झगड़े के बढ़ गए और एक दिन फराह ने अपने बेटे के साथ घर छोड़ दिया. बिंदू ने उस दौरान दिए एक इंटरव्यू में कहा कि, ‘अगर फराह को वापस आना होगा वो आएगी मैंने उसे 15 दिन का समय दिया है और अब 6 महीने हो चुके हैं ऐसे में मैं अब मुक्त हूं.’ दोनों ही परिवार ने इस रिश्ते को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन सारी कोशिशें नाकाम रहीं और इस रिश्ते पर विराम लग गया.