पटना । कौशल युवा कार्यक्रम में प्रशिक्षित और प्रशिक्षण पा रहे युवाओं की किस्मत रोजगार के मोर्चे पर चमकेगी। तकरीबन पांच लाख युवाओं को रोजगार दिलाने पर राज्य सरकार कार्य कर रही है। इसमें खास बात यह कि विदेशी कंपनियों में भी युवाओं को नौकरी पाने का अवसर होगा।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने कुशल व योग्य युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार देने का प्रस्ताव सरकार को दिया है। इस साल बहुराष्ट्रीय कंपनियों में 2.40 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। निकट भविष्य में छह लाख युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार से जोडऩे का लक्ष्य है।
रोजगार के लिए बना एक्शन प्लान
श्रम संसाधन विभाग ने रोजगार के लिए विभिन्न कंपनियों के सहयोग से एक एक्शन प्लान बनाया है। स्थानीय उद्योगों और व्यापारिक संस्थाओं को भी इससे जोड़ा है। रोजगार व उद्योग की जरूरत, उपलब्ध कौशल की कमी (स्किल गैप एनालिसिस), युवाओं की इच्छा, उनकी अपेक्षा को ध्यान में रखकर अलग-अलग इलाकों का फ्रेम वर्क तैयार किया जा रहा है।
प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए देश के प्रमुख शहरों में हेल्प सेंटर खोला जा रहा है। जयपुर, उदयपुर, अहमदाबाद, मुम्बई, पुणे, नासिक, औरंगाबाद, मैसूर, बंगलुरु, रायपुर, चेन्नई, मदुरै, हैदराबाद, विशाखापट्टनम, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, गुवाहाटी, दिल्ली, लखनऊ और अंबाला में सहायता केंद्र खोलने की मंजूरी दी गई है।
10वी, 11वीं और 12वीं के छात्रों को भी प्रशिक्षण
श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह के मुताबिक वैश्विक स्तर पर उद्योगों की जरूरत के मुताबिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाने लगा है। निकट भविष्य में सभी स्कूलों के 10वी, 11वीं और 12वीं के छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। हाल में कौशल विकास मंत्रालय ने बिहार में साढ़े पांच लाख छात्रों को प्रशिक्षित करने का प्रस्ताव दिया है। यह प्रशिक्षण स्किल इंडिया मिशन तथा दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत दिया जाएगा।
‘कौशल युवा कार्यक्रम में प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने के लिए दक्षिण कोरिया, जापान और खाड़ी देशों की कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां सामने आई हैं। देश की कई नामचीन कंपनियों ने भी प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार व प्रशिक्षण देने के लिए प्रस्ताव दिया है। इस साल करीब पांच लाख युवाओं को रोजगार मुहैया होंगे।’