खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि एमजीएम अस्पताल खुद ही बीमार है। इसकी बदहाली सरकार की कमी को दर्शाती है। मंगलवार को अस्पताल का दौरा करने के बाद मंत्री ये टिप्पणी कीं। वे यहां आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल और अस्पताल की कमियों के बारे में अधीक्षक से बैठक करने पहुंचे थे। हालांकि बैठक के बाद उन्होंने किसी भी वार्ड का मुआयना नहीं किया।
नहीं सुधरी हालत तो कैबिनेट में उठायेंगे मामला :
मंत्री ने कहा कि एमजीएम की दशा सुधारने के लिए उनकी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से बात हुई है। इस संदर्भ में मंत्री से भी बात करेंगे। सरकार भी इस अस्पताल को नहीं सुधार सकी तो वे इस मुद्दे को कैबिनेट में उठायेंगे। फिर कैबिनेट स्तर से अस्पताल को सुधारने का प्रयास किया जायेगा।
पहली बार आउटसोर्स कर्मियों ने की हड़ताल :
सरयू राय ने कहा कि ये देश की पहली घटना है कि किसी अस्पताल में आउटसोर्स कर्मियों ने हड़ताल कर दी। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कर्मियों को वेतन देना संवेदक की जिम्मेवारी है, पर संवेदक का आवंटन बकाया होने से भुगतान नहीं कर पा रहा है। प्रधान सचिव से बात की है। इस बारे में उपायुक्त से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद वे आवंटन मंजूर करेंगे, वे फिर से विभागीय सचिव से बात करेंगे।
जनता की परेशानी बर्दाश्त नहीं :
मंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मियों की हड़ताल से आमजनता को बेहद परेशानी हुई है। एंग्रीमेंट के अनुसार हड़ताल होनी ही नहीं चाहिए थी। जिम्मेदार जो भी पर आम जनता को परेशान करना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।