बेंगलुरु: कर्नाटक के गृहमंत्री रामालिंगा रेड्डी ने सोमवार को कहा कि पत्रकार-सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे जांच दल को हत्यारों के बारे में कुछ सुराग मिला है और यह पता चल गया है कि इसके पीछे कौन लोग थे. लेकिन इस बारे में और ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं. रेड्डी ने बेंगलुरू से लगभग 60 किलोमीटर दूर चिक्काबल्लापुरा में संवाददाताओं से कहा, “विशेष जांच दल एसआईटी को लंकेश के हत्यारों के बारे में कुछ सुराग मिले हैं. एसआईटी सबूत जुटा रहा है. हमें उनके (हत्यारों) बारे में जानकारी है, लेकिन सबूत के बगैर हम इसका खुलासा नहीं कर सकते.”
उल्लेखनीय है कि पांच सितंबर की रात अज्ञात हमलावरों ने बिल्कुल करीब से गोली मारकर गौरी लंकेश की उनके घर के सामने हत्या कर दी थी, और उसके तत्काल बाद वे एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग गए थे. रेड्डी ने गांधी जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम से अलग कहा, “हमें संदिग्धों के खिलाफ अदालत में एक आरोप-पत्र दाखिल करने के लिए ठोस सबूत की जरूरत है. अन्यथा मामला अदालत में टिक नहीं पाएगा.हत्यारों को दबोचने के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी गठित की है और हत्यारों तक पहुंचने का सुराग देने के लिए 10 लाख रुपये इनाम घोषित कर रखी है. 150 सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी-खुफिया) बी.के. सिंह कर रहे हैं और पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) एम.एन. अनुचेत एसआईटी के मुख्य जांच अधिकारी हैं.