नई दिल्ली: कश्मीर में टेरर फ़ंडिंग को लेकर घाटी के अलगाववादी नेताओं के घर और दूसरे ठिकानों पर छापेमारी हो रही है. साथ ही फ़ंडिंग को लेकर हवाला ऑपरेटर्स के ठिकानों पर भी छापेमारी हो रही है. ये छापे कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा में 22 जगहों पर हो रहे हैं. इसी हफ़्ते एनआईए ने तीन अलगाववादी नेताओं से पूछताछ की थी.
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर में अशांति फैलाने वाली गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से प्राप्त आतंकी वित्त पोषण की जांच के सिलसिले में घाटी में 14 स्थानों और राष्ट्रीय राजधानी के आठ स्थानों पर आज तलाशी ली.
एनआईए ने पहले प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज की थी और इसे शनिवार को शाम को नियमित मामले (आरसी- रेगुलर केस) में तब्दील कर दिया और घाटी में अलगाववादी नेताओं की दूसरी पीढ़ी से जुड़े लोगों के घरों पर तड़के तलाशी की.
औपचारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में करीब आठ हवाला डीलरों और कारोबारियों पर भी छापेमारी की गई है. जिनके यहां छापेमारी की गई है उनमें कट्टरपंथी अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अन्य नेताओं के करीबी सहयोगी और रिश्तेदार शामिल हैं. इस बाबत एनआईए की टीमों ने सोनीपत के दो स्थानों पर भी छापेमारी की है.
छापेमारी की कार्रवाई तीन अलगाववादी-नईम खान, फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराते’ और तहरीक-ए-हुर्रियत के गाजी जावेद बाबा से पिछले महीने दिल्ली में पूछताछ के बाद हुई है. नईम खान टीवी पर एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों से धन प्राप्त करने की बात को कथित तौर पर स्वीकार करते हुए दिखा था.
इसके अलावा मीर वाइज़ उमर फ़ारूक़ के क़रीबी शाहिद-उल-इस्लाम, सैयद अली शाह गिलानी के क़रीबी मेहराजुद्दीन कलवल के ठिकानों पर भी छापेमारी हो रही है. एनआईए ने इस मामले में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को एफ़आईआर में बदल दिया है.