लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कासगंज में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. कल फिर से भड़की हिंसा के मद्देनज़र पुलिस ने शहर में इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी है. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. उपद्रवियों ने कल भी शहर के कुछ इलाक़ों में तोड़फोड़ और आगज़नी की. क़रीब आधा दर्जन दुकानें, एक घर, तीन बसें और एक कार जला दी गई. एडीजी आनंद कुमार के मुताबिक 49 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इनमें वीएचपी नेता साध्वी प्राची भी हैं, जिन्हें एटा आते वक़्त पुलिस ने गिरफ़्तार किया.
10 बड़ी बातें
- उत्तर प्रदेश के कासगंजमें दो गुटों के बीच हुए संघर्ष में 22 साल के चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी. ये घटना तब हुई थी, जब विश्व हिंदू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी के कार्यकर्ताओं तिरंगा बाइक रैली निकाल रहे थे. इस संघर्ष में नौशाद नाम का एक व्यक्ति भी घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- पुलिस ने बताया कि दो दुकानों में तोड़फोड़ के बाद आग लगाने की कोशिश की गई, जिसके बाद दमकल की गाडियां मौके पर बुला ली गयीं. दिन के आखिर में कासगंज जिले के मजिस्ट्रेट आरपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में 49 लोगों को गिरफ्तार किया है.
- हिंसा के कारण हुई क्षति के बारे में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि तीन दुकानों में तोड़फोड़ की गयी है. उनके शटर के नीचे पेट्रोल डालकर आग लगा दी गयी.
- दो निजी बसों में भी पेट्रोल छिडक कर आग लगा दी गयी है. एक खाली पडे मकान को असामाजिक तत्वों ने आग के हवाले कर दिया. शाम को उपद्रवियों ने एक खाली खडी कार को भी आग लगा दी
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सीनियर पुलिस अधिकारी भी कासगंज में हालत को काबू रखने के लिए पहुंच चुके हैं. शनिवार को फिर से भड़की हिंसा के मद्देनजर पुलिस ने दिन भर के लिए इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी.
- मजिस्ट्रेट आरपी सिंह ने जानकारी दी है कि शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती है.
- अलीगढ़ से पुलिस के ड्रोन कैमेरे की टीम को भी बुला लिया गया है, जो पूरे शहर पर ड्रोन कैमरे से नजर रखे हुए है. शहर के संवेदनशील क्षेत्रों बिलराम गेट,सोरों गेट,सहावर गेट,नदरई गेट आदि पर ड्रोन कैमरे से रखी नजर रखी जा रही है.
- पुलिस के मुताबिक कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली गई मोटरसाइकिल रैली पर पथराव कर दिया था. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि पथराव की घटना सुनियोजित नहीं लगती बल्कि ये सब कुछ अचानक हुआ है.
- उन्होंने कहा कि गड़बड़ी पैदा करने वालों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
- पीएसी की पांच कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की एक कंपनी कल ही कासगंज पहुंच गयी हैं जोन से अतिरिक्त सिविल पुलिस अधिकारी एवं अन्य पुलिसकर्मी भी पहुंच गये हैं. आरएएफ की एक और कंपनी मौके पर भेज दी गयी है.