किशनगंज उपचुनाव: जानें कौन होगा भाजपा,कांग्रेस और मजलिस का उम्मीदवार

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किशनगंज : किशनगंज उपचुनाव: कांग्रेस सांसद डॉ जावेद आज़ाद की मां सायरा बानो हो सकती हैं कांग्रेस प्रत्याशी.सायरा दिवंगत मंत्री हुसैन आज़ाद की पत्नी हैं.डॉ जावेद के लोकसभा चुनाव की कमान उनकी मां ने ही संभाल रखी थी.हालांकि,उनकी उम्र काफ़ी है.75 साल की हैं सायरा.डॉ आज़ाद यह सीट अपने क़ब्ज़े में रखना चाहते है.पत्नी ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है.वह एक एनजीओ की मालकिन हैं.जावेद के एक चचेरा भाई और भांजा भी चुनाव लड़ने की मंशा पाले हुए हैं.भांजा उनका पीए है.यह सीट जावेद के परिवार में ही जाना तय है और यह भी तय लगता है कि उनकी मां ही चुनाव लड़ेंगी.

वहीं असदउद्दिन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलेमिन(एमआईएम)भी उपचुनाव में ज़ोरआज़माईश के लिए तैयार है.एमआईएम से तसीरउद्दिन और कमरुल होदा का नाम चर्चे में है.दोनों ज़िला परिषद के पूर्व चेयरमैन हैं.किशनगंज संसदीय चुनाव में अख़्तरुल ईमान ने एमआईएम से भाग्य आज़माया था.दो लाख से अधिक वोट लाकर एमआईएम ने चौंकाया था.उपचुनाव में दख़ल देकर पार्टी विधान सभा चुनाव के लिए ज़मीन तैयार करेगी.

एनडीए गठबंधन में यह सीट भाजपा के खाते में जाना तय माना जा रहा है.यदि यह सीट भाजपा को मिली तो स्वीटी सिंह उम्मीदवार हो सकती हैं.स्वीटी पूर्व विधायक सिकंदर सिंह की पत्नी हैं.दिलचस्प बात यह है कि सिकंदर सिंह भी दावेदार हैं.पति-पत्नी दोनों उम्मीदवारी के दौड़ में चल रहे हैं.लोकसभा चुनाव में जदयू ने महमूद अशरफ़ को उतारा था.महमूद ने पार्टी को निराश किया था.पूरा बिहार जितने के बावजूद एनडीए यहां हार गया था.हालांकि,जदयू के ज़िला अध्यक्ष बुलंद अख़्तर ने जदयू की तरफ़ से दावा ठोंका है.