बिहार के सरकारी और सरकार संपोषित विद्यालयों के पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को लाभुक योजनाओं की राशि उनके खाते में 31 मार्च तक चली जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छात्रवृत्ति की राशि 31 तक देने का निर्देश दिया था, लेकिन शिक्षा विभाग छात्रवृत्ति समेत तमाम लाभुक योजनाओं की राशि तय समय में भेज देने के संकल्प के साथ कोरोना संक्रमण के बीच तत्परता से जुटा हुआ है।
गौरतलब है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में पहली से लेकर 12वीं तक में करीब सवा दो करोड़ विद्यार्थी नामांकित हैं। सरकार द्वारा साइकिल, पोशाक, छात्रवृत्ति, प्रोत्साहन और किशोरी स्वास्थ्य जैसी योजनाओं की राशि उन्हें दी जाएगी, जिनकी उपस्थिति 75 फीसदी होगी। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह के मुताबिक ऐसे विद्यार्थियों की संख्या प्रारंभिक कक्षाओं में ही एक करोड़ 5 लाख है। 9वीं से 12वीं के बीच भी 75 प्रतिशत हाजिरी वाले विद्यार्थियों की संख्या करीब 30 लाख होने का अनुमान है।
इस प्रकार करीब 1.35 करोड़ छात्र-छात्राओं को 31 मार्च तक करीब 3500 करोड़ डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर/प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के माध्यम से उनके खाते में दिए जाने की तैयारी है। शिक्षा विभाग ने पहली बार लाभुक योजनाओं की राशि राज्य मुख्यालय से ही सीधे विद्यार्थियों के खाते में डालने की व्यवस्था की है। इसके लिए मेधा साफ्ट नामक एक नया सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। जिलों से स्कूलवार आए दावों की फिलहाल जांच चल रही है। इस सॉफ्टवेयर में एक-एक बच्चे का ब्योरा अपलोड किया गया है। जिले हाजिरी, खाता संख्या समेत बच्चों की तमाम जानकारी को अप्रूव करेंगे। उसके बाद ही राशि उनके खाते में जाएगी।
60 लाख विद्यार्थियों के खाते में राशि भेजी गयी
बच्चों के ब्योरे की जांच तथा उसके आधार पर राशि भेजे जाने की प्रक्रिया चूंकि ऑनलाइन है और इंटरनेट कनेक्शन आदि में काफी समय लग रहा है, इसलिए कोरोना की दशहत के बीच भी गुरुवार को रात 11 बजे तक शिक्षा विभाग में काम होता रहा। विभाग के प्रवक्ता अमित कुमार ने बताया कि गुरुवार रात तक 60 लाख विद्यार्थियों के खाते में राशि भेजी भी जा चुकी है। शेष बच्चों को भी 31 मार्च तक पैसा चला जाएगा ताकि इस आपात स्थिति में पैसा उनके कुछ काम आ सके। मुख्यमंत्री के आदेश पर 31 मार्च तक लाभुक योजनाओं की राशि विभाग को दे देनी है। डीबीटी से बच्चों के खाते में राशि भेजने में शिक्षा विभाग के स्तर से लगातार प्रयास किया जा रहा है।
मिलती है राशि 10 हजार
मुख्यमंत्री बालिका (इंटर) प्रोत्साहन योजना के तहत 10 हजार : मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना (10वीं में फर्स्ट डिवीजन सामान्य व बीसी-2) में 10 हजार : मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना (10वीं में फर्स्ट डिवीजन सामान्य व अल्पसंख्यक) 03 हजार : मुख्यमंत्री बालिका/बालक साइकिल योजना में15 सौ : बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना (9वीं से 12वीं की छात्राओं के लिए) में 06 सौ : मुख्यमंत्री पोशाक योजना (कक्षा-1,2 के सभी) में 07 सौ : मुख्यमंत्री पोशाक योजना (कक्षा 3 से पांच) में 01 हजार : मुख्यमंत्री पोशाक योजना (कक्षा 6 से 8 के सभी) में03 सौ : मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम (7वीं से 12वीं) में 06 सौ : छात्रवृत्ति योजना (कक्षा एक से चार के सभी) 01 हजार : 5 से 6 के सभी विद्यार्थी को 18 सौ : प्रति विद्यार्थी 7 से 10 के सभी विद्यार्थी को