सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे और राजधानी में जगह-जगह लागू प्रतिबंध के मद्देनजर रविवार अपने कामकाज को सीमित करने का फैसला लिया है। वह आज से केवल एक अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई करेगा।
शीर्ष अदालत ने रविवार शाम इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें कहा कि बुधवार से केवल दो न्यायाधीशों की पीठ सिर्फ बेहद जरूरी मामलों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मामलों की सुनवाई करेगी।
The Supreme Court makes preparations for hearing of matters through video conferencing for the first time, due to #COVID19. pic.twitter.com/ie3VfxNz64
The Supreme Court makes preparations for hearing of matters through video conferencing for the first time, due to #COVID19. pic.twitter.com/ie3VfxNz64
— ANI (@ANI) March 23, 2020
उसने दो, आठ और 14 अदालतों में सुनवाई के लिए तय मामलों को भी रद्द कर दिया है। इससे पूर्व, दिन में सुप्रीम कोर्ट ने एक अधिसूचना जारी की थी। जिसमें कहा गया कि देश के प्रधान न्यायाधीश ने अपने सहयोगियों से विचार-विमर्श के बाद निर्देश दिया है कि दो न्यायाधीशों की पीठ केवल बेहद जरूरी मामलों पर सुनवाई करेगी।
शीर्ष अदालत के महासचिव संजीव एस. कलगाओंकर की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया कि बुधवार 25 मार्च को अदालती कार्य के लिए पीठ उपलब्ध रहेगी। सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हो सकती है।
अब वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगा G7 सम्मेलन
अमेरिका ने कोरोनो वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते जून में कैंप डेविड में होने जा रहे जी7 शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया है। अब यह सम्मेलन व्यक्तिगत बैठक के स्थान पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।
व्हाइट हाउस के डिप्टी प्रेस सचिव जुड डीरे ने गुरुवार (19 मार्च) को बयान जारी कर कहा, “कोविड-19 की स्वास्थ्य व आर्थिक चुनौतियों के मद्देनजर जी7 के प्रत्येक सदस्य देश को अपने सभी संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से कहा गया है।”
‘द हिल न्यूज’ वेबसाइट ने बयान के हवाले से आगे कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर और जी7 के लिए 2020 के यूएस शेरपा लैरी कुडलो को निर्देश देकर कहा है कि वह अपने अन्य देशों के सहयोगी शेरपा को सूचित करें कि जून में कैंप डेविड में होने जा रहे जी7 शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया है। अब यह सम्मेलन व्यक्तिगत बैठक के स्थान पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “व्हाइट हाउस ने अन्य जी7 सदस्यों को भी सूचित किया कि निकट समन्वय जारी रखने के लिए राष्ट्रपति इस सप्ताह की तरह ही अप्रैल व मई में वीडियो टेलीकॉन्फ्रेंस के माध्यम से नेताओं का सम्मेलन करेंगे।” गौरतलब है कि अमेरिका में जहां एक ओर अभी तक कोविड-19 से संक्रमण के 13 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।