दिल्ली में तेजी से बढ़ते जा रहे कोरोना वायरस के मामलों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को दिल्ली के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की। इस बैठक में राजधानी के मौजूदा हालात पर चर्चा के साथ ही सामूहिक रूप से मिलकर इस बीमारी को खत्म करने के उपायों पर विचार किया गया। बैठक के बाद केजरीवाल ने बताया कि इस दौरान कई सांसदों ने अच्छे सुझाव दिए हैं, उनको सरकार जल्द ही लागू करेगी। इस लड़ाई को हम सबको एकजुट होकर लड़ना है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस काफी तैजी से पैर पसारता जा रहा है। बुधवार को दिल्ली में कोरोना वायरस के 51 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें से 35 लोगों ने विदेश यात्रा की थी, जबकि 4 मरीज मरकज से जुड़े हैं और 2 मौतें शामिल हैं। इसके साथ ही राजधानी में अब कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 576 हो गई है। दिल्ली में अब तक 9 मरीज इस बीमारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। दिल्ली में अब तक सामने आए कोरोना वायरस के 576 मामलों में से 333 उन लोगों से जुड़े हुए हैं जो तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
दिल्ली के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के साथ कोरोना पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा चर्चा की। कई सांसदों ने अच्छे सुझाव दिए है, उनको सरकार जल्द ही लागू करेगी। इस लड़ाई को हम सबको एकजुट हो कर लड़ना है। pic.twitter.com/4o82fD5dyf
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 8, 2020
कोरोना पर काबू के लिए केजरीवाल का 5T प्लान
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मंगलवार को 5T योजना की घोषणा की और कहा कि दिल्ली के अति प्रभावित क्षेत्रों में बिना किसी क्रम के एक लाख लोगों को चुनकर उनकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि शहर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते रहे और सक्रिय मामले 30000 तक चले गए तो दिल्ली सरकार चरणबद्ध तरीके से निजी अस्पतालों एवं होटलों के 12000 कमरे अपने अधीन ले लेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तीन निजी अस्पतालों- मैक्स साकेत (318), अपोलो (50) और गंगाराम अस्पताल (42) में 400 बिस्तर तय किए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को विशेष कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। केजरीवाल ने कहा कि फिलहाल, इस समय 2,950 बेड कोविड-19 रोगियों के लिए आरक्षित हैं। यदि कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले 3000 को पार कर गए तो हम जीटीबी अस्पताल में 1500 बिस्तरों का उपयोग करेंगे और इसके बाद हमारे पास 4500 मामलों के लिए व्यवस्था होगी। योजना के अनुसार सरकार कोविड-19 के ऐसे 10000 मरीजों के लिए विवाहघरों एवं धर्मशालाओं में प्रबंध करेगी जिन्हें यकृत, हृदय संबंधी रोग नहीं हैं और वे 50 साल से कम उम्र के हैं।
51 new #Coronavirus positive cases have been reported in Delhi today (including 35 with history of travel to a foreign country, 4 from Markaz and 2 deaths). The total number of positive cases in the union territory now stands at 576. pic.twitter.com/QMUJebu2M3
— ANI (@ANI) April 8, 2020
इन जगहों पर होंगे रैपिड टेस्ट
मुख्यमंत्री ने पांच सूत्री कार्य योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, ”इसमें पांच टी शामिल हैं। इनमें टेस्टिंग (जांच), ट्रेसिंग (पता लगाना), ट्रीटमेंट (उपचार), टीम-वर्क (मिलकर काम करना) और ट्रैकिंग (नजर रखना) हैं। पहले टी के तहत सरकार अति प्रभावित क्षेत्रों में एक लाख जांच कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना बड़े पैमाने पर परीक्षण के वायरस तेजी से फैल सकता है। दक्षिण कोरिया ने बड़े पैमाने पर टेस्ट के माध्यम से प्रभावित लोगों की पहचान की। हम बड़े पैमाने पर परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 50,000 किटों की खरीद का ऑर्डर दिया गया है और अब आपूर्ति होने भी लगी है। जब जांच किट आने लगेंगे तब हम शुक्रवार से एक लाख लोगों का रैपिड टेस्ट शुरू करेंगे। ये टेस्ट निजामुद्दीन और दिलशाद गार्डन जैसे अतिप्रभावित क्षेत्रों में किए जाएंगे। निजामुद्दीन मरकज देश में अतिप्रभावित क्षेत्र के रूप में उभरा है।
केजरीवाल ने कहा कि हम तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के फोन नंबर पुलिस को देंगे ताकि उनका पता लगाया जा सके कि उन्होंने आसपास के इलाकों में आवाजाही की थी या नहीं। उन्होंने कहा कि उन लोगों का प्रभावी तरीके से पता लगाएगी जो कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए हैं और ऐसे 27,702 लोगों के फोन नंबर पुलिस को उनकी आवाजाही पर नजर रखने के लिए दिए गए हैं जिन्हें आइसोलेशन में जाने का निर्देश दिया गया है। केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने 30 हजार मामलों से निपटने का बंदोबस्त कर लिया है।