पटना [जेएनएन]। राइस मिल नहीं है, फिर भी धान की कुटाई हो गई। इतना ही नहीं एसएफसी ने राइस मिल से चावल भी ले लिया। यह मामला रोहतास जिला के दिनारा प्रखंड के मेदनीपुर गांव का है। प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने मामला संज्ञान में आने के बाद रोहतास जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि एडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच कराई जाए और दो सप्ताह में प्रतिवेदन सौंपा जाए।
प्रमंडलीय आयुक्त लोक शिकायत सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिया। मेदनीपुर के धुव सिंह की शिकायत पर सुनवाई कर रहे थे। रोहतास जिला के एसएफसी प्रबंधक के जवाब से प्रमंडलीय आयुक्त संतुष्ट नहीं हुए। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि विंध्यवासिनी राइस मिल नहीं है। जहां राइस मिल रहने का दावा किया जा रहा है, वहां की जमीन परती है।
जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि राइस मिल है या नहीं है। नहीं है तो एसएफसी चावल कैसे ले लिया। क्या चावल दूसरे मिल से कुटाई कर विंध्यवासिनी राइस मिल के नाम पर दिया गया है। एकरारनामा भी इस राइस मिल के नाम पर है। जांच रिपोर्ट यह भी राइस मिल के नाम पर खेल तो इस मामले में नहीं है।
प्रमंडलीय आयुक्त मंगलवार को 15 मामलों पर सुनवाई किए। रोहतास जिला के कोचस के चितवां की वार्ड पार्षद पुष्पा देवी के मामले पर सुनवाई किए। वार्ड तीन की पार्षद का आरोप था कि उनके वार्ड में षडयंत्र के तहत नाली-गली की योजना नहीं दी गई। अगली योजना में इसे शामिल कर दिया गया। जवाब से संतुष्ट होकर चली गईं। इस तरह के कई मामलों पर सुनवाई हुई।