गाजियाबाद-दिल्ली में यात्रा पर रोक लगाने के बाद बॉर्डर पर हुआ हंगामा, जाम में फंसे रहे सैकड़ों लोग

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दिल्ली-गाजियाबाद सीमा सील होने के कारण बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर हंगामा कर दिया। सोमवार देर रात गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) द्वारा सभी सीमाओं को सील करने के आदेश जारी किए थे।

डीएम अजय शंकर पांडेय ने अपने आदेश में आपदा प्रबंधन अधिनियम और गाजियाबाद और दिल्ली के बीच यात्रा पर रोक के प्रावधानों के तहत एक निर्देश जारी किया। स्वास्थ्य और जिला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार दिल्ली में यात्रा के पश्चात कोरोना वायरस के छह पॉजिटिव मामले सामने आने पर पूर्व के आदेश को वापस ले लिया गया।

पुलिस द्वारा बॉर्डर पर की गई बैरिकेडिंग के कारण मंगलवार सुबह गाजियाबाद से दिल्ली आने-वाले की कोशिश कर रहे लोगों को पुलिस ने सीमा पार करने की  अनुमति नहीं दी। इसके कारण सैकड़ों की संख्या में लोग बॉर्डर पर फंस गए। इनमें से कई में लोग स्वास्थ्य सेवा, बैंकिंग और परिवहन जैसी आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए थे।

तीन घंटे तक फंसा रहा डॉक्टर

दिल्ली सरकार के एक कोविड-19 समर्पित अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि मैं अपने अस्पताल से रात की ड्यूटी करने के बाद गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन में घर जा रहा था, लेकिन पुलिस द्वारा एंट्री पर रोक लगाने से मैं यूपी गेट बॉर्डर पर ही फंस गया। सुबह 8.30 बजे से 11 बजे तक मैं भी अपने वाहनों में सवार सैकड़ों अन्य लोगों की तरह वहीं फंस रहा। ड्यूटी पास और अपना पहचान पत्र दिखाने के बावजूद पुलिस ने मुझे गाजियाबाद की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया।

डॉक्टर ने कहा कि इसके बाद मैंने अपने एक परिचित को फोन किया जिन्होंने गाजियाबाद पुलिस से संपर्क किया और इसके बाद मुझे वहां से जाने दिया गया,  लेकिन इसके लिए मुझे लगभग तीन घंटे लग गए। पुलिस वालों ने मुझसे यहां तक ​​कहा कि मुझे दिल्ली में ही रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बुधवार को मेरी कई ड्यूटी हैं, लेकिन मुझे नहीं पता है कि मैं इनमें शामिल हो पाऊंगा या नहीं।

डीटीसी बस कंटक्टर को भी नहीं जाने दिया

वहीं, गाजियाबाद के संजय नगर में रहने वाले एक डीटीसी कर्मचारी बिश्म्भर दयाल ने बताया कि उन्हें मंगलवार दोपहर 12.30 बजे अपनी ड्यूटी पर जाना था। इसके लिए मैं कौशाम्बी बॉर्डर पर आया था, लेकिन पुलिस ने मुझे दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी। मैंने उन्हें अपना आईडी कार्ड भी दिखाया और अपना ड्यूटी पास भी दिया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित डीटीसी डिपो में तैनात कंडक्टर बिश्म्भर दयाल ने कहा कि मैंने उनसे काफी अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने मुझे आगे जाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद मैं यूपी-गेट चला गया, लेकिन वहां के पुलिस वालों ने भी मुझे दिल्ली जाने से मना कर दिया। इसलिए, मैं अपने अधिकारियों को सूचित कर घर वापस चला गया। दूसरों की तरह, मरीजों को ले जाने वाली एम्बुलेंस भी बॉर्डर पर काफी देर जाम में फंसी रहीं।

इसी प्रकार करोल बाग में अपने बैंक जाने के लिए निकली महिला कर्मचारी भी बॉर्डर पर फंस गई। महिला बैंकर ने कहा कि पुलिस ने उसे दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। बैंक की चाबी मेरे ही पास थी, ऐसे में मुझे बैंक शाखा खोलने के लिए चाबी देने के लिए अपने सहयोगी को दिल्ली बॉर्डर पर बुलाना पड़ा।

इस समस्या पर गाजियाबाद पुलिस ने कहा कि डीएम के आदेश के बाद उन्होंने दिल्ली और गाजियाबाद के बीच की सभी सीमाओं को सख्ती से सील कर दिया है।