भारी बारिश के चलते आई गुजरात में बाढ़ ने तबाही मचा दी है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने हवाई सर्वेक्षण भी किया. पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर ही राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपानी, सभी मंत्री और राज्य के अन्य अधिकारियों से बाढ़ बचाव राहत कार्य की जानकारी ली. विजय रुपानी ने मंगलवार को ही संसद भवन में पीएम मोदी से इसको लेकर मुलाकात की थी, जिसके बाद पीएम ने ये फैसला लिया.
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार गुजरात सरकार की हरसंभव मदद करेगी. केंद्र और राज्य के अधिकारी मिलकर काम करेंगे. पीएम ने घोषणा की कि बाढ़ में मरने वालों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से दिए जाएंगे. प्राकृतिक आपदा का सबसे ज्यादा शिकार किसान हुआ है. पीड़ितों की हरसंभव मदद की जाएगी. इसके अलावा पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य आपदा प्रबंधन को 500 करोड़ रुपये की मदद प्रदान करेगी.
आपको बता दें कि सौराष्ट्र के बाद अब बारिश ने उत्तर गुजरात में कहर बरपाया है. भारी बारिश की वजह से बनासकांठा का धानेरा पूरी तरह पानी में डूब गया है. सोमवार रात लगातार बारिश के चलते 25,000 से ज्यादा लोगों को सुरिक्षत स्थान पर ले जाया गया. इस बारिश से उत्तर गुजरात विशेषकर प्रभावित हुआ है. लगभग 1,000 को बचाया गाया और 15,000 को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. इस बीच प्रशासन ने भारी बारिश की संभावना के चलते सौ से ज्यादा गांवों को खाली करने का आदेश दे दिया है. मानसून की इस बारिश में अब तक मरने वालों की तादाद 70 तक पहुंच चुकी है.
धानेरा में बाढ़ ने ऐसा कहर बरपाया है कि लोग अपने घरों के अंदर भी सुरक्षित नहीं हैं. दरअसल पिछले 24 घंटों के भीतर धानेरा में 250 एमएम, पालनपुर में 255 एमएम, दांतिवाडा में 342 एमएम बारिश दर्ज की गई. घरों में पानी भर जाने की वजह से लोग छत पर रहने को मजबूर हैं. बता दें कि प्रशासन ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए बीके जिले में अब तक लगभग 10300 लोगों को सुरिक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया. वहीं मोरबी जिले से 950 लोगों को शिफ्ट किया गया. पाटन जिले से भी 9790 लोगों को शिफ्ट किया गया.