गौरव चंदेल हत्याकांड: बरामद कार से पुलिस को मिले अज्ञात लोगों के फिंगर प्रिंट, STF ने तेज की जांच

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गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में दस दिन पहले हुए गौरव हत्याकांड में गाजियाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मंगलवार की रात मसूरी पुलिस ने आकाश नगर कॉलोनी से गौरव चंदेल की कार लावारिस हालत में खड़ी बरामद कर ली। बरामदगी के वक्त कार ‘लॉक्ड’ थी।

छह जनवरी की रात रहस्यमय हालातों में गौरव चंदेल गायब हो गए थे। गौरव गुरुग्राम (हरियाणा) स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर रीजनल मैनेजर काम करते थे। घटना उस वक्त घटी जब गौरव दफ्तर से घर वापस लौट रहे थे।

घटना से चंद मिनट पहले मोबाइल पर पत्नी से बात करते हुए गौरव ने दो मिनट बाद ही कॉल-बैक करने और घर से चंद कदम दूर होने की बात की थी। उसके बाद अचानक ही गौरव चंदेल गायब हो गए थे। गौरव ने मोबाइल पर बताया था कि वे कार के कागजात चेक करा रहे हैं। उसके बाद से उनका कोई पता-ठिकाना नहीं मिला।

परिवार वाले रात के वक्त जब बिसरख थाना और गौड़ चक्कर पुलिस चौकी पर पहुंचे तो वहां से नींद के मारे पुलिस वालों ने उन्हें यह कहकर भगा दिया कि कल सुबह आना तब तलाशेंगे। इसी बीच घटना वाली रात ही तड़के करीब चार बजे इलाके में ही परिवार वालों को गौरव का शव मिल गया। गौरव की हत्या सिर में पीछे की ओर से गोली मारकर की गई थी।

हत्यारे शव को मौके पर ही फेंक गए। जबकि गौरव की एकदम नई कीमती कार हत्यारे साथ ले गए। बाद में मेरठ मंडल की आयुक्त अनिता सी मेश्राम और मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आलोक सिंह (अब गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त) ने बिसरख के कोतवाल सहित तीन-चार दारोगा और चौकी इंचार्ज सस्पेंड कर दिए। जबकि जांच कोतवाली बिसरख पुलिस से छीनकर एसटीएफ के हवाले कर दी गई थी।

अब जब गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार को गौरव चंदेल की कार बरामद कर ली है तो जांच में जुटी एसटीएफ को भी इससे मदद मिलना तय है। गाजियाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया, ‘कार पर कुछ फिंगर प्रिंट्स मिले हैं। यह फिंगर प्रिंट स्टेयरिंग, दरवाजों और सीटों पर मौजूद थे। इनमें से कुछ फिंगर प्रिंट्स गौरव चंदेल के ही हैं। जबकि कुछ फिंगर प्रिंट अलग से भी मिले हैं। गौरव के अलावा मिले फिंगर प्रिंट्स किसके है? एसटीएफ की टीम यह पता लगाने में जुटी है।’