सीनियर एडवोकेट साधना रामचंद्रन शनिवार को चौथे दौर की बातचीत के लिए शाहीन बाग पहुंची. हालांकि आज भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया.
बता दें यह चौथे राउंड की बातचीत है. सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर रास्ता खाली करवाने के लिए वार्ताकारों को नियुक्त किया है, जिनमें वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन और संजय हेगड़े शामिल हैं.
रामचंद्रन ने शाहीन बाग पहुंचकर कहा, ‘हम यह नहीं कह रहे कि शाहीन बाग को खत्म किया जाना चाहिए. यह बात बिल्कुल साफ होनी चाहिए. शाहीन बाग कायम रहे. हम यहां केवल बात करने आए हैं.’
अगर आप गृहमंत्री से मिलना चाहते हैं, तो आप जा सकते हैं. अगर आप सरकार के पास जाना चाहते हैं, तो जा सकते हैं. लेकिन हम यहां सरकार की तरफ से नहीं आए हैं.
प्रदर्शनकारियों ने की सुरक्षा की मांग
अपनी मांगों को रखते हुए शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनकी मांग ‘’सुरक्षा’’ की है और सुप्रीम कोर्ट को इस बारे में आदेश देना चाहिए.
इससे पहले शुक्रवार को हुई बातचीत में प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट एक तरफ का रास्ता खुलवाना चाहता है, तो उसे प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा उठाना चाहिए.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि शाहीन बाग और जामिया में जिन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाए.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 फरवरी को कहा था कि शाहीन बाग में रोड जाम किए जाने से परेशानी बढ़ रही है. कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों को दूसरी जगह जाने की सलाह दी थी. हालांकि कोर्ट ने उनके प्रदर्शन करने के अधिकार को माना था.
बता दें प्रदर्शनकारी करीब दो महीने से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ धरना दे रहे हैं.
वार्ताकारों ने इससे पहले सड़क का मुआयना भी किया था. उन्होंने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने एक तरफ की सड़क को जाम नहीं किया है. बल्कि पुलिस ने कई जगह गैर-जरूरी बैरिकेड लगाए हैं.