छत्तीसगढ़ के सुकमा में हर तरफ सन्नाटा और खौफ पसरा है. जो अब लंबा खिंचता चला जा रहा है.
वजह ये है कि बस्तर में नक्सली हिंसा की जितनी भी बड़ी वारदातें हुई हैं वो इसी इलाके में हुई हैं.
ये वो इलाका है जहां सुरक्षा बलों ने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है. सबसे ज्यादा जवान हताहत हुए हैं.
बात अगर नक्सलियों की हो तो साल 2010 में जब सुकमा के ही ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवानों की मौत हुई थी तब से लेकर आज तक जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ कभी कोई बड़ी सफलता नहीं मिली.