नई दिल्ली: आज दिल्ली के बदरपुर मे दिल्ली प्रदेश जनता दल यूनाइटेड का प्रशिक्षण शिविर काआयोजन किया गया। जिस मे जदयू के रास्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित थे। प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिल्ली मे होने वाले विधानसभा चुनाव को देख कर किया गया था।इस प्रशिक्षण शिविर में किसी भी दलित नेता को मंच से नही बुलवाया गया।
जबकी मुसलमान नेता मे जदयू के रास्ट्रीय महासचिव अफाक़ अहमद खान को जगह मिली और मंच से अपनी बात रखी वही जदयू के अक़्लियत प्रकोष्ठ के रास्ट्रीय अध्यक्ष अफ्ज़ल अब्बास को मंच पर चहड़ने तक नही दिया गया। मंच पर महिला जदयू की एक भी नेत्रि नही दिखी।
कार्यकर्त्ताओं के अंदर पुरी नाराजगी देखने को मिली कार्यकर्त्ता कह रहे थे की जदयू ने इस शिविर मे जमीनी कार्यकर्ताओं को नज़र अंदाज किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने अपना चेहरा चमकाने मे लागे रहे।
जदयू दिल्ली प्रदेश के सचिव रिज़वान अहमद कहते है जदयू एक अनुशासित पार्टी है कार्यक्रम की रूप रेखा पहले से तयार रह्ती है ताकी किसी प्रकार की अप्रत्याशित घटना नही घटे, अफ्ज़ल अब्बास हमारे बड़े नेता हैं अगर हुआ है तब ऐसा कैसे हुआ ये समिक्षा बैठक हम लोग गौर करेंगे ।
प्रशिक्षण शिविर मे नग्लोई से आये रमेश कुमार कहते हैं दलितों को स्टेज पर जगह नही मिलने का करण नितीश कुमार नहीं ये प्रदेश नेतृत्व जिम्मेदार है प्रदेश नेतृत्व नीतीश कुमार के सामने अपना चेहरा चमकाने के चक्कर मे दलित ही नही प्रदेश के सारे प्रकोष्ठ को नज़र अंदाज किया गया। वैसे मंच उच जाती से भरा था।
प्रशिक्षण शिविर फोटो मे