उत्तरकाशी, [जेएनएन]: टिहरी बांध की झील का जलस्तर 815 मीटर पहुंचने से दिचली और गमरी पट्टी के 40 गांवों को जोड़ने वाला देवीसौड पुल झील के पानी में डूब गया है। झील में पुल के डूबने से ग्रामीणों को विकासखंड मुख्यालय तक पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। झील डूबने से सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को होगी। वहीं इस पुल के स्थान पर दूसरे नए मोटर पुल का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है।
वर्ष 2006 में टिहरी बांध की झील बनने के कारण झील का जल स्तर चिन्यालीसौड़ धरासू पावर हाउस तक रहता है। चिन्यालीसौड़ का देवीसौड़ पुल पानी का स्तर 815 मीटर पर पहुंचने पर झील में समा जाता है। इस बार भी झील का जलस्तर 815 मीटर पहुंच गया और पुल झील में समा गया है।
जिससे प्रभावित क्षेत्र गमरी और दिचली पटटी के 40 गांवों के लोगों और अध्यापकों को आने जाने में परेशानी शुरू हो गई है। इस समस्या से निजात पाने के लिए स्थाई व्यवस्था के लिए मोटर पुल का निर्माण अभी अधूरा पड़ा है। दिचली और गमरी पटटी के प्रभावितों के लिए यहां पर करीब 52 करोड़ रुपये की लागत से दो साल से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। इस पुल के निर्माण में अभी छह माह का समय लगना बताया जा रहा है। हालांकि आने-जाने के लिए दो मोटर बोट की व्यवस्था टीएचडीसी के द्वारा की गई है।