नई दिल्ली: सीबीआई ने सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल स्तर के अधिकारी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. इन्हें सेना के अधिकारियों के ट्रांस्फर में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इनके साथ ही एक बिचौलिए को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने कर्नल रंगनाथन सुव्रमनी मोनी को तबादले के बदले घूस लेने और उनका साथ देने के लिए बिचौलिए गौरव कोहली को गिरफ्तार किया है.
सीबीआई का कहना है कि कर्नल पर महीनों से नजर रखी जा रही थी और उनको निजी तौर पर पैसे के बदले तबादले करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई ने कहा कि कर्नल मोनी को बेंगलुरु में तैनात एक अन्य अधिकारी से घूस लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है.
गौरव कोहली का पर्सनल विभाग में कई अधिकारियों से संपर्क था. सीबीआई के अनुसार हवाला रैकेट के जरिए गौरव को पांच लाख रुपये दिए गए थे. ले. कर्नल मोनी 1994 से सेना में हैं और सेना मुख्यालय पर पिछले साल अगस्त से पोस्टेड हैं. सीबीआई का कहना है कि जांच अभी जारी है वहीं सेना ने साफ कर दिया है कि वह जांच का इंतजार कर रही हैं और सीबीआई को पूरा साथ दे रही है.
बता दें कि सीबीआई ने सेना मुख्यालय में चल रहे एक बड़े तबदला रैकेट का शुक्रवार को भंडाफोड़ किया था जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल बताए जा रहे थे. ये लोग रिश्वत लेकर अधिकारियों के तबादलों में गड़बड़ी कर रहे थे. एजेंसी ने तबादलों में अनियमितताओं के आरोप में सेना मुख्यालय में पदस्थ एक लेफ्टिनेंट कर्नल तथा दो अन्य सेना अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. सीबीआई की प्राथमिकी में एक ब्रिगेडियर का भी नाम है.
इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल रंगनाथन सुव्रमणि मोनी, कार्मिक विभाग, सेना मुख्यालय, हैदराबाद में मौजूद एक सैन्य अधिकारी पुरषोत्तम, बेंगलुरु में मौजूद सेनाधिकारी एस सुभाष तथा कथित बिचौलिया गौरव कोहली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था