दिल्ली में बाइक पर चलने वाले लोगों और कार चलाने वाली महिलाओं को सुकून देने वाली खबर है। दिल्ली सरकार की 4-15 नवंबर के बीच लागू होने वाली सम-विषम योजना के दायरे में दोपहिया और महिला चालक वाली कारें नहीं आएंगी। इस बार भी दिल्ली में सम-विषम योजना 2016 की तरह ही लागू होगी। इससे करीब 68 लाख वाहन चालकों को फायदा मिलेगा। सरकार का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट ने दोनों श्रेणी के चालकों को छूट देने की मंजूरी दे रखी है। ऐसे में सरकार इस दायरे का लांघ नहीं सकती।
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि इस बार भी सम-विषम योजना में कोई नया प्रयोग नहीं किया जाएगा। 2016 में जिस श्रेणी के वाहनों को छूट दी गई थी, वे इस बार भी इसमें शामिल होंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने दोपहिया व महिला कार चालकों को योजना से छूट देने की इजाजत दे रखी है। छूट पाने वालों में सीएनजी चालित व इमरजेंसी समेत 28 श्रेणी के वाहन शामिल हैं। इनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, देश के मुख्य न्यायाधीश, एसपीजी और स्कूली यूनीफार्म में बच्चों को ले जाने वाले वाहन भी आएंगे।
दूसरी ओर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अपने मंत्रियों को निर्देश दिया कि सर्दियों में होने वाले प्रदूषण पर तैयार 7 प्वाइंट एजेंडे को लागू करने पर संजीदगी से कदम उठाएं। इसके तहत मंत्री सत्येंद्र जैन से कहा है कि वह बेहतर गुणवत्ता का एन-95 मास्क हासिल करने की प्रक्रिया शुरू करें। वहीं, सम-विषम के लिए बेहतर इंतजाम करने के लिए परिवहन मंत्री से कहा गया है।