लॉकडाउन-4 में ढील दिए जाने के बाद दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के चलते पड़ोसी राज्यों ने एक बार फिर अपनी सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी है। इसका असर शुक्रवार सुबह दिल्ली-गुरुग्राम और दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर भी देखा गया।
हरियाणा सरकार द्वारा गुरुवार को COVID-19 मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर राजधानी दिल्ली के साथ लगी सीमाओं को सील करने के बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर इकट्ठा हो गए। इसके चलते यहां जाम जैसे हालात उत्पन्न हो गए। बॉर्डर सील होने के कारण पुलिस किसी को भी गुरुग्राम जिले की सीमा में दाखिल नहीं होने दे रही है।
दरअसल, दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर हरियाणा सरकार बॉर्डर पर सख्ती कर रही है। गुरुवार को गुरुग्राम-फरीदाबाद, सोनीपत और इज्जर में स्थिति बिगड़ने के बाद गृह मंत्री अनिल विज ने इस संदर्भ में गृह सचिव को निर्देशित किया था। इसमें कहा गया है कि बेरोक-टोक आवाजाही से प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। अब सिर्फ उन्हीं लोगों को आने की छूट होगी। जिनकी अनुमति दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रदान की है।
दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर सख्त चौकसी के चलते लगा ट्रैफिक जाम
वहीं, दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर भी शुक्रवार को वाहनों की भारी आवाजाही देखी गई। जिले में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए गाजियाबाद प्रशासन ने सोमवार को दिल्ली से लगी इसकी सीमा को सील कर दिया था, जिसके चलते यहां वाहनों की भीड़ बड़ी संख्या में जमा हो गई।
यहां पुलिसकर्मी आवाजाही कर रहे लोगों के ई-पास की सख्ती से जांच कर रहे थे, इसलिए शुक्रवार सुबह गाजीपुर के पास ट्रैफिक जाम होते देखा गया। सड़क पर लगे बैरिकेडिंग से भी यह समस्या उत्पन्न हुई।
सीमा पार करने की अनुमति केवल उन लोगों को ही दी जा रही है, जिनके पास वाकई में कोई आवश्यक काम हो। डॉक्टरों, पुलिस कर्मियों, पैरामेडिकल स्टाफ और मीडिया कर्मियों को भी अपने पहचान पत्र के साथ सीमा पार जाने की अनुमति दी जा रही है।
इससे पहले, 19 मई को दिल्ली-गुरुग्राम और दिल्ली-नोएडा सीमा पर भी यही स्थिति देखने को मिली थी क्योंकि लॉकडाउन 4.0 के दूसरे दिन लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर निकल आए थे। यहां वाहनों की कतार लगभग एक किलोमीटर से अधिक लंबी थी क्योंकि सीमा पर तैनात पुलिस लोगों के पास और पहचान पत्र की जांच कर रहे थे।