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विवादास्पद वीडियो सामने आने के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम, पुलिस का शिकंजा कसने के बाद बिहार में अपने घर के पास स्थित एक इमामबाड़े में जाकर छिप गया था, जबकि कई राज्यों की पुलिस उसे देश के अलग-अलग हिस्सों में तलाश रही थी। अंतत: दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एक टीम ने उसे उसके घर के पास वाले इमामबाड़े से दबोच लिया।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि शरजील के पीछे अरुणाचल, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश और असम की टीमें पड़ी हुई थीं। पुलिस से बचने के लिए शरजील इमाम हर रास्ता अपना रहा था, इसीलिए वह किसी के हाथ नहीं लग रहा था। अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने भी अगर शरजील के भाई को पहले न दबोच लिया होता, तो हो सकता है कि शरजील देश छोड़कर भाग चुका होता। शरजील के भाई ने ही पुलिस को सुराग दिया कि शरजील इमाम भागा नहीं है, बल्कि घर के पास ही मौजूद (जहानाबाद, बिहार) इमामबाड़े में छिपा हुआ है।
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भाई खुद दिल्ली पुलिस के शिकंजे में था, लिहाजा वह झूठ बोलने की हालत में नहीं था। बिहार पुलिस और दिल्ली पुलिस ने संयुक्त रूप से जैसे ही इमामबाड़े पर छापा मारा, कंबल ओढ़े हुए एक कोने में दुबके पड़े शरजील को पुलिस टीमों ने दबोच लिया। पुलिस को इमामबाड़े में सामने खड़ा देख शरजील गर्दन झुकाए हुए पुलिस के साथ चल दिया।
गौरतलब है कि दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कॉलर शरजील इमाम ने भारत के टुकड़े-टुकड़े करवाने जैसा भाषण दिया था। इस भाषण के वीडियो कई राज्यों की पुलिस के हाथ भी लग गए। असम, अरुणाचल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश की पुलिस ने देशद्रोह के मामले दर्ज कर शरजील की तलाश शुरू कर दी। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसआईटी बिहार से उसे गिरफ्तार करके दिल्ली ले आई। फिलहाल आरोपी पांच दिनों की पुलिस हिरासत में है। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि शरजील का दिल्ली वाले ठिकाने से लैपटॉप मिल गया है। उसके वसंतकुंज वाले किराये के कमरे से छापे के दौरान तमाम आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है। जानने की कोशिश की जा रही है कि शरजील विवादित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के कितने करीब था।