दिल्ली में MCD का चुनाव जोरों पर है सभी पार्टियां अपनी अपनी गाथाएं सुना रहे हैं लेकिन कोई भी पार्टी या प्रत्याशी जनहित या क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं की बात नहीं कर रहा है अब जब मतदान की तिथि में केवल 10 दिन ही बचे हैं सभी प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में धन बल की पूरी ताकत झोंक रखा है जामिया नगर ओखला की दीवारें चुनावी पोस्टरों एवं बैनरों से पटे हैं एक साथ 10 10 रिक्शा पर लाउडस्पीकर से प्रचार की कैसिटें बज रही हैं लेकिन कोई भी प्रत्याशी समाजिक सरोकार की बात नहीं कर रहा है मतदाताओं की राय जानने के लिए बदलता हिंदुस्तान ओखला के प्रतिनिधि मोहम्मद रिजवान ने कुछ मतदाताओं से बात की और उनकी राय भी जानने की कोशिश की प्रस्तुत है बातचीत की कुछ अच्छा अंश
- मोहम्मद शम्स आलम जो नोएडा के किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और पिछले 15 सालों से शाहीन बाग में रहते हैं उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी जब से आई है शाहीन बाग में गुंडागर्दी बढ़ गई है और इलाके में अराजकता का माहौल है इसलिए आम आदमी पार्टी को छोड़ कर किसी भी पार्टी को वोट करूंगा |
- मोहम्मद नजरे आलम जो अबुल फजल इंक्लेव मैं रहते हैं और मेडिकल स्टोर चलाते हैं और इनका परिवार शुरू से ही यहां रहता है उन्होंने बताया कि इस बार कोई भी कैंडिडेट अच्छा नहीं है इनका इलाके में समाज से जुड़े किसी मुद्दे पर या इलाके में उनका समाजिक कामों से कोई लेना-देना नहीं है अभी फैसला नहीं किया है की किसको वोट करना है |
- मोहम्मद हुसैन जो नोएडा के किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग के छात्र हैं बताया कि सभी प्रत्याशी हवाओं में प्रचार कर रहे हैं और इनका इसे इलाके में कोई भी सामाजिक योगदान नहीं है क्षेत्र की जनता को चाहिए कि उनसे सवाल पूछे की इलाके की तरक्की में उनका क्या योगदान है |
- मोहम्मद आदिल जो शाहीन बाग में रहते हैं और पेशे से प्रॉपर्टी डीलर का काम करते हैं बताया कि सारे नए चेहरे हैं और इनका पूर्व में समाजिक छवि अच्छी नहीं है इसलिए मेरा वोट NOTA को जाएगा |
- इशरत परवीन जोकि पेशे से टीचर हैं और अबुल फजल में किसी पब्लिक स्कूल में पढ़ाती हैं और पिछले 12 सालों से ओखला गांव में रहती हैं उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को वोट देने का मन था क्योंकि समाजवादी पार्टी ने शाहीन बाग में कब्रिस्तान के लिए जो जमीन दी है वह सच में अहमियत रखती है लेकिन पार्टी ने कंडीडेट अच्छा नहीं दिया इसलिए अब सोच रही हूं की किसको वोट दूं अभी डिसाइड नहीं किया है |