दो करोड़ रुपये के चंदे का स्रोत नहीं बता पा रही आम आदमी पार्टी, आयकर अधिकारियों का दावा

460

नई दिल्ली: चौतरफा घोटालों के आरोपों के बीच घिरी आम आदमी पार्टी के लिए एक और नई मुसीबत गले पड़े हुई है. आयकर अधिकारियों का दावा है कि पार्टी को 2015 में जो 2 करोड़ रुपये के चंदे के रूप में मिले थे, उसके स्रोत को अभी तक नहीं बता पाई है. पिछले हफ्ते ही गृह मंत्रालय ने विदेशों से प्राप्त चंदे का विवरण देने का आदेश पार्टी को दिया था.
मंत्रालय की ओर से विदेशी सहायता नियमन कानून 2010 (एफसीआरए) के तहत जारी नोटिस में पार्टी को विभिन्न देशों से मिले चंदे की जानकारी मांगी गई थी. नोटिस में मंत्रालय द्वारा पार्टी को इस बाबत विस्तृत जानकारी देने के लिए 16 मई तक का समय दिया गया है.मंत्रालय वहीं, केजरीवाल ने कहा है कि उसके खिलाफ अवैध चंदा का आरोप लगाकर केंद्र उनकी पार्टी को बदनाम कर रहा है.

पंजाब विधानसभा और दिल्ली नगर निगम के चुनाव में मिली हार के बाद केजरीवाल कई मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. पार्टी में कलह चरम पर पहुंच गया है. पहले, पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक और वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास नाराज हो गए. उन्हें पार्टी ने जैसे-तैसे मनाकर सांस लेने की कोशिश ही की थी पूर्व जलमंत्री कपिल मिश्रा को हटाकर नए विवाद में फंस गई. पार्टी ने कहा कि मिश्रा का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं थी. मंत्री पद छिनने के बाद कपिल मिश्रा ने केजरीवाल और मंत्री सत्येंद्र जैन के बीच दो करोड़ रुपये के लेनदेन का बयान देकर केजरीवाल की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं.

उधर, अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा CBI को तीन शिकायतें दी हैं. पहली एफआईआर में केजरीवाल के रिश्तेदार की 50 करोड़ की लैंड डील, दूसरी में AAP नेताओं के विदेशी दौरे और तीसरी में केजरीवाल द्वारा 2 करोड़ के नकद लेन-देन की शिकायत. इस मामले पर कपिल मिश्रा ने कुछ और ट्वीट किए हैं. उन्होंने लिखा है कि कुछ नेताओं द्वारा बीसियों विदेश यात्राएं, चंदे के पैसों से सरकारी पैसों से और अवैध कैश से की गई हैं. जानकारी सार्वजनिक की जाए. कहां-कहां गए, कहां रुके, किन लोगों से मिले, क्या डीलिंग हुई. कितने दिनों तक किस देश में रहे. पैसा कहां से आया? पासपोर्ट की डिटेल्स? उधर, सीबीआई ने मंगलवार को कहा कि दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आम आदमी पार्टी से निष्‍कासित नेता कपिल मिश्रा  द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी.

कपिल मिश्रा के बागी तेवरों और गंभीर आरोपों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने ट्वीट किया है कि जीत सत्य की होगी.  पंजाब और दिल्ली में मिली हार की मुख्य वजह पार्टी ईवीएम में गड़बड़ी को मानती रही है. दिल्ली सरकार ने आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया. इसमें सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन की लाइव टेम्परिंग का लाइव डेमो दिखाया. इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि आज सदन में देश को बड़े षड्यंत्र का सच पता चलेगा. सौरभ ने लाइव डेमो के बाद कहा कि इस टेम्परिंग को पकड़ना आसान नहीं है. मैंने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट को पढ़ा और उनके जवाब पढ़े. कैसे भिंड के अंदर जिस मशीन के ऊपर कोई भी बटन दबाओ पर्ची बीजेपी की ही निकल रही थी. चुनाव आयोग ने इसकी जांच की, लेकिन उनकी रिपोर्ट का कोई सिर-पैर नहीं है.