नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर कर्नाटक के एक स्कूल में छात्रों के नाटक के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देशद्रोह के मामले में स्कूल और प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने जांच तेज कर दी है। मगर इस बीच स्कूल प्रबंधन ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह कानूनी तौर पर खुद का बचाव करेंगे। बता दें कि यह मामला स्कूल में 21 जनवरी को सीएए पर आयोजित एक नाटक का है, जिसमें कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपशब्द कहे गए थे, जिसे लेकर देशद्रोह का केस दर्ज हुआ था।
शाहीन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तौसीफ मदिकेरी ने कहा कि यह शाहीन ग्रुप 20,000 से अधिक छात्रों के साथ नौ राज्यों में 43 शैक्षणिक संस्थान चलाता है। उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी एक प्रधानाध्यापिका और एक छात्र की मां जेल में बंद है। इस मामले की कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होने वाली है… हम पूरी तरह से कानूनी तौर पर अपना बचाव करने का इरादा रखते हैं क्योंकि हमने कोई गलत काम नहीं किया है। 10-11 साल के एक बच्चे द्वारा गलती से एक वाक्यांश बोला गया जो गैरइरादतन था। लेकिन हमारे खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा क्यों?
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दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कर्नाटक के बीदर में छात्रों को नाटक करने की कथित तौर पर अनुमति देने के लिए एक स्थानीय स्कूल के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। इस नाटक में कथित रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खराब छवि पेश की गई थी। 26 जनवरी को शाहीन स्कूल के प्रबंधन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (ए) और 153 (ए) के तहत ‘विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के लिए’ भी मामला दर्ज किया गया।
बता दें कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका फरीदा बेगम और पीएम के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने वाले छात्र की मां नजमुन्निसा को 30 जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुनवाई आज यानी बुधवार को बिदर की एक अदालत में होनी है।
स्कूल के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस मंगलवार को सादे कपड़ों में जांच के लिये शाहीन स्कूल पहुंची। इससे पहले 28 जनवरी को वर्दी में बच्चों से पूछताछ को लेकर पुलिस की कुछ हलकों में आलोचना हुई थी। अधिकारी ने कहा, ‘आज सुबह तीन पुलिसकर्मी कर्नाटक राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों के साथ यहां आए। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक एच बसावेश्वर भी यहां पहुंचे। पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में थे।’
पुलिस ने बच्चों और स्कूल कर्मचारियों से नाटक लिखने और वे विशिष्ट संवाद बोलने का काम करने वालों के बारे में पूछा। पुलिस पहले ही एक बच्चे की मां नजबुन्निसा को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसने कथित विवादित संवाद बोले थे। साथ ही शिक्षिका फरीदा बेगम को भी गिरफ्तार किया गया है, जो इस कार्यक्रम की देखरेख कर रही थी। बीदर के पुलिस उपाधीक्षक एच बसावेश्वर से जब संपर्क किया गया, तो उन्होंने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि वह अभी मामले की जांच कर रहे हैं।
पुलिस ने 26 जनवरी को यह मामला दर्ज किया, जब 21 जनवरी का एक वीडियो फेसबुक दिखा, जिसमें चौथी और पांचवीं कक्षा के बच्चे शाहीन स्कूल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक नाटक कर रहे थे और अपने डायलॉग में वे पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। बच्चों ने स्कूल के वार्षिक समारोह में भाग लेने के दौरान यह नाटक किया।