नियोजित शिक्षकों से नीतीश ने कहा-लगाते रहें मेरे खिलाफ नारे, नहीं है कोई एतराज

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शिक्षक दिवस के अवसर पर विरोध प्रदर्शन के लिए बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षक पटना पहुंचे हैं। विरोध प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि आप मेरे खिलाफ नारे लगाते रहिए, मुझे कोई एतराज नहीं है। इतना जान लीजिए, आपके लाभ के लिए हमलोग ही काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने ये बातें पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहीं।

20 शिक्षकों को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने 20 शिक्षकों को राजकीय सम्मान से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि 2003 से 2006 के बीच शिक्षामित्र की बहाली हुई थी। 500 रुपए मिलते थे। जब हमें काम करने का मौका मिला तो पंचायती राज व्यवस्था के तहत शिक्षकों का नियोजन किया। बहुत बड़ी संख्या में शिक्षकों का नियोजन हुआ। हमलोगों ने निश्चित वेतन से नियोजन शुरू किया। जो अप्रशिक्षित थे उन्हें चार हजार और जो प्रशिक्षित थे उन्हें पांच हजार दिया गया। उसके बाद हमने नियत वेतनमान बढ़ाया। 2015 में वेतनमान निर्धारित कर दिया। 2016-2017 में ये भी कर दिया कि सातवें वेतन आयोग की सभी सुविधाएं शिक्षकों को मिले। यह भूलना नहीं चाहिए कि कहां थे और धीरे-धीरे कहां पहुंचाया।

लोग आलोचना करते रहें, मैं काम करता रहूंगा
नीतीश ने कहा कि आप चाहे मेरे खिलाफ कितना भी नारा लगाएं मुझे कोई एतराज नहीं है। मैं लोकतंत्र में विश्वास करता हूं। कोई विरोध में नारा लगाता है तो उसके प्रति मेरे मन में कोई तकलीफ नहीं होती। लोकतंत्र में सबको आजादी है। आप कितना भी अच्छा काम करिए, लोग खूब आलोचना करेंगे। आलोचना करने वाले करते रहें। मैं अपना काम करता रहता हूं। आज शिक्षक दिवस है। शिक्षकों को जो मन हो करें। हमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन चिंता मत करिएगा। जो भी करेंगे हम लोग ही करेंगे। आपके लाभ के लिए हम लोग ही काम करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल हम देखते हैं कि कौन उनके पक्ष में बोल रहे हैं। 2006 में जब हम इनकों एक शिक्षक के रूप में नियोजित कर दिए थे तब वे लोग क्या बोलते थे। इनके पक्ष में बोलने वाले लोगों ने 2008 में बयान दिया था कि 3 साल में प्राथमिक शिक्षण संस्थानों में अयोग्य शिक्षकों का नियोजन कर शिक्षा व्यवस्था को नष्ट कर दिया गया। आज आपके पक्ष में बोलने वालों ने आपको अयोग्य शिक्षक कहा था।