चुनावी साल में सभी राजनीतिक दलों के नेता आम लोगों से जुड़ने का प्रयास करने में लगे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां अपनी जल-जीवन-हरियाली यात्रा के जरिए राज्य के सभी जिलों में लोगों के बीच जा रहे हैं, वहीं अब राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने भी प्रतिरोध सभाओं के जरिए लोगों से संपर्क साधने की योजना बनाई है।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी), राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर लोगों के बीच पहुंचने की योजना बनाई है। आरजेडी के एक नेता ने बताया कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के निदेर्श पर तेजस्वी यादव बिहार के विभिन्न जिलों में प्रतिरोध सभाएं करेंगे और बताएंगे कि यह कानून किस तरह समाज में खराब माहौल पैदा कर रहा है।
16 जनवरी से होगी प्रतिरोध सभा की शुरुआत
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि तेजस्वी यादव इसकी शुरुआत 16 जनवरी से सीमांचल क्षेत्र से करेंगे। इससे पहले भी सीएए के खिलाफ आरजेडी तेजस्वी के नेतृत्व में राजधानी पटना की सड़कों पर उतर चुकी है। राजद के प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने बताया कि यह निदेर्श लालू यादव ने दिया है। उन्होंने कहा कि पहली सभा 16 जनवरी को किशनगंज में होगी, जबकि उसके अगले दिन 17 जनवरी को अररिया में तेजस्वी एक रैली को संबोधित करेंगे। 18 जनवरी को वह कटिहार के नगपालिका मैदान स्थित राजेंद्र स्टेडियम में प्रतिरोध सभा को संबोधित करेंगे।
विपक्ष लगातार सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर हमलावर है। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद भी ट्विटर के जरिए सीएए को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। विपक्ष के महागठबंधन में शामिल उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी सीएए के विरोध में हैं।