नई दिल्ली: पाकिस्तान स्थित आंतकवादी समूहों की निंदा में ब्रिक्स सदस्यों का साथ देने के बाद चीन शुक्रवार को अपने सदाबहार दोस्त की मान-मनुहार करता नजर आया. चीन ने कहा कि ‘अच्छे भाई व मजबूत दोस्त’ पाकिस्तान ने आतंकवाद का मुकाबला करने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. अपने पाकिस्तानी समकक्ष ख्वाजा आसिफ से मुलाकात के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, ‘चीन से बेहतर पाकिस्तान को कोई नहीं समझ सकता.’ संवाददाता सम्मेलन में आसिफ के साथ मौजूद वांग यी ने कहा, ‘जब आतंकवाद से मुकाबले का मुद्दा आता है तो हम मानते हैं कि पाकिस्तान ने स्पष्ट तौर पर स्पष्ट ईमानदारी के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. इसकी तुलना में कुछ देशों को पाकिस्तान को वह श्रेय देने की जरूरत है, जिसका वह हकदार है.”
चीन ने आसिफ को शियामेन में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद आधिकारिक दौरे का निमंत्रण दिया था. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल पांच सदस्य देशों ने अपने संयुक्त घोषणा पत्र में पाकिस्तान स्थित भारत विरोधी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए मोहम्मद को नामित किया था. इस कदम को भारत की जीत के तौर पर देखा गया, जिससे कुछ चीनी जानकारों ने चिंता जताई कि इससे चीन व पाकिस्तान के संबंधों में तनाव आ सकता है.
अंतर्राष्ट्रीय प्रेस को संबोधित करते हुए वांग ने कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक मुद्दा है और इससे निपटने के लिए सभी देशों के समन्वित प्रयास की जरूरत है. वांग ने कहा, ‘एक दूसरे को दोषी ठहराने के बजाय देशों के एक दूसरे के साथ काम करने की जरूरत है.’