इस्लामाबाद। नोबल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजाई ने कहा है कि पाकिस्तानी ही इस्लाम और देश की छवि खराब करने के लिए जवाबदेह हैं।
उन्होंने पाकिस्तान में छात्र की हत्या किए जाने की निंदा करते हुए यह कहा। फेसबुक पर ईश निंदा करने के आरोप में गुरुवार को पाकिस्तान में एक उत्तेजित भीड़ ने यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता के छात्र मशाल खान की हत्या कर दी। इस घटना के विरोध में शनिवार को पाकिस्तान में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए।
मशाल खान को दफनाने के बाद खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के जायदा गांव में शुक्रवार को प्रदर्शन हुए थे। शनिवार को पेशावर, लाहौर सहित कई शहरों में प्रदर्शन कर लोगों ने हत्या का विरोध किया।
23 वर्षीय मशाल अब्दुल वली खान यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता के छात्र थे। गुरुवार को उन्हें नंगा कर छात्रावास के दूसरे माले से नीचे फेंक दिया गया। भीड़ ने पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी। इस मामले में अभी तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मशाल खान ने कहा था कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया है और उसका दुरुपयोग किया जा रहा है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री परवेज खट्टक ने कहा कि ईश निंदा करने का कोई सुबूत नहीं मिला है। सभी पार्टियों के नेताओं ने घटना की निंदा की है और दोषियों को गिफ्तार करने की मांग की है।