केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और नक्सली हिंसा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ नक्सलवाद की समस्या से निपटने के तरीकों पर मंथन कर रहे हैं।
नई रणनीति के जरीए होगा नक्सलियों का खात्मा
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि,’मुझे विश्वास है कि पूरी ताकत और नई रणनीति के साथ हम नक्सलियों का सफलतापूर्वक सामना करेंगे। उन्होने कहा कि नक्सल समस्या का तुरत-फुरत में हल नहीं निकला जा सकता। इसका कोई शॉर्टकट भी नहीं है,। इस समस्या को लघु-अवधि, मध्यम-अवधि और दीर्घकालिक हलों के जरिए ही सुलझाया जा सकता है।
वित्तीय संसाधनों की रोक
राजनाथ ने कहा कि, वामपंथी कट्टरपंथ से लड़ने का मूलभूत नियम है कि उनकी वित्तीय संसाधनों तक पहुंच को रोक दिया जाए। उन्होने कहा कि बीते बीस सालों में माओवादी हिंसा के कारण लगभग 12,000 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं।
उन्होने कहा कि मुझे विश्वास है कि विकास को अवरूद्ध करने और बंदूक की नोक पर लोकतंत्र का गला घोंटने के प्रयास कभी भी सफल नहीं होंगे। केंद्र द्वारा यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब कुछ दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों की मौत हो गई थी।