फर्जी टीचर अनामिका शुक्ला मामले में नया खुलासा, बैंक अकाउंट से पता चला कौन कर रहा था मदद

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25 जिलों में नौकरी करने के खुलासे के बाद मीडिया की सुर्खियां में आए फर्जी टीचर अनामिका शुक्ला मामले में रोज नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं। अनामिका शुक्ला नाम से खुले बैंक अकाउंट ही जांच होने से कई अन्य राज का पता पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को चला है। इस फर्जीवाड़े में पुलिस अब सैलरी खाते के गारंटरों का पता लगाने में जुटी है। बीएसए के मुताबिक एक गारंटर विभागीय अकाउंटेंट है। बैंक में केवाईसी से दूसरे गारंटर का पता चलेगा। पुलिस संबंधित अभिलेखों की जांच के लिए इलाहाबाद बैंक में भी जांच करेगी। पुलिस गारंटरों से पूछताछ करेगी।

 अनामिका के नाम से नौकरी करने वाली सुप्रिया सिंह के गांव में जांच के दौरान पुलिस उसकी बैंक पासबुक व आधार कार्ड लेकर आई है। जिसके आधार पर कासगंज में अनामिका के नाम से चलते बैंक खाते के गारंटरों के बारे में पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा खाते से हुए लेन देन का ब्यौरा भी एकत्र किया जाएगा। पुलिस ने सुप्रिया से पूछताछ में बैंक के चेक को जांच में रखा है। बीएसए अंजली अग्रवाल ने बताया कि, एक गारंटर ऑफिस के ही अकाउंटेंट हैं। पुलिस ने अकाउंटेंट से पूछताछ के लिए हमें सूचना दी है। 

बीएसए ऑफिस से मांगा जाएगा चयन संबंधी रिकार्ड 
पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ाने में जुटी है। सोरों कोतवाली के जांच अधिकारी अनामिका शुक्ला फर्जीवाड़े में विभाग से 2018 में की गई चयन प्रक्रिया से संबंधी पत्रावली मांगेगी। पत्रावली के अध्ययन के बाद चयनकर्ताओं में शामिल समिति सदस्यों से जानकारी की जाएगी। पुलिस बीएसए ऑफिस से चयन के बाद जारी किए गए नौकरी के पत्र की प्रति भी हासिल करेगी। जिसे जांच में शामिल करेगी। 

शैक्षिक प्रमाण पत्रों की भी जांच होगी 
अनामिका शुक्ला और उसके नाम पर नौकरी करती पकड़ी गई सुप्रिया सिंह के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की एक प्रति जांच के लिए एकत्र की जाएगी। पुलिस के विवेचक शैक्षिक प्रमाण पत्रों को जुटाने में लगे गये हैं। 

रिपुदमन सिंह, इंस्पेक्टर सोरों ने बताया कि अनामिका शुक्ला और उसके नाम पर नौकरी करने वाली सुप्रिया सिंह से संबंधित सभी दस्तावेजों को हम जांच के लिए एकत्र कर रहे हैं, बैंक से लेकर बीएसए आफिस तक से सभी सबंधित दस्तावेज लिये जाएंगे। गारंटरों से पूछताछ की जाएगी।

मैनपुरी के राज के साथ नीतू का नाम सामने आया 
शिक्षिकाओं को नौकरी लगवाने वाले मास्टरमाइंड मैनपुरी के राज की तलाश में पुलिस टीमें मैनपुरी में डेरा डाले हुए है। उधर कासगंज की जेल में बंद सुप्रिया सिंह के पिता ने मैनपुरी के किसी नीतू को 50 हजार देने की बात पुलिस से कही है। पुलिस अब नीतू को लेकर जांच में जुटी है।  जनपद की सोरेां कोतवाली पुलिस ने सुप्रिया से पूछताछ में फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड मैनपुरी के राज का मोबाइल नंबर हासिल किया था। जिसे सर्विलांस पर लिया गया। मोबाइल में लगी हुई आईडी से मैनपुरी के राज का पता ठिकाना तलाशा जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी सुशील घुले ने एसओजी व सोरों पुलिस की टीम लगाई है। पुलिस टीमें उसकी लोकेशन के आधार पर मैनपुरी व उसके आसपास के इलाके में घेराबंदी करने में जुटी है।

उधर सोरों पुलिस की एक टीम सुप्रिया सिंह से जुड़ी जांच करने कायमगंज, फर्रुखाबाद के पास गांव रजपालपुर पहुंची। पुलिस के पहुंचने से सुप्रिया का पिता महीपाल सिंह नहीं मिला। बाद में पुलिस ने फोन पर महीपाल से बात की तो उसने नीतू को रुपये देने की बात कही। पुलिस अन्य परिजनों से सुप्रिया के आधार कार्ड व बैंक की पासबुक उसके नाम पते की पुष्टि के लिए लेकर आ गई। इसी बीच सोशल नेटवर्किंग पर एक वीडियो कायमगंज से वायरल हुआ है।