पटना: यह साल शायद आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के लिए लिए ऐसा साल साबित हो रहा, जहां न वह सिर्फ से बेदखल हो गए, बल्कि एक के बाद उनकी संपत्तियां भी जब्त होती जा रही हैं. ताजा घटनाक्रम में आयकर विभाग ने राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा के नाम की जमीन के तीन प्लॉट जब्त कर लिए हैं. शुक्रवार को आयकर विभाग द्वारा पारित आदेश के अनुसार पटना के फुलवारीशरीफ और दानापुर में स्थित वे भूखंड जो राबड़ी और हेमा को उनके गोशाला में काम करने वाले ललन चौधरी और हृदयानंद चौधरी ने ‘गिफ्ट’ दिए थे, उसे बेनामी संपति एक्ट के तहत जब्त कर लिया गया. जमीन गिफ्ट देने वाले दोनों व्यक्ति आयकर विभाग के सामने ये साबित नहीं कर पाए कि प्लॉट खरीदने के लिए इतने पैसे उनके पास कहां से आए.
इस मामले को मौजूदा उप मुख्यमंत्री और उस समय विपक्ष के नेता रहे सुशील मोदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उजागर किया था. इसके अनुसार लालू के गोशाला में काम करने वाले ललन चौधरी ने ढाई डेसिमल जमीन 30 लाख रुपये में खरीद कर राबड़ी देवी को दान में दे दी थी. उसका कहना था कि वह उन्हें अपनी बहन मानता है, लेकिन पूछताछ में वह अपनी आमदनी का स्रोत नहीं बता पाया. इसी तरह हृदयानंद चौधरी ने 7.5 डेसिमल जमीन 60 लाख रुपये में खरीदी, लेकिन वह भी अपनी आय का स्रोत बताने में विफल रहा.
आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही राबड़ी देवी और हेमा से पूछताछ की जाएगी. अगर वह अपने जवाब से संतुष्ट नहीं कर पाए, तो संपत्ति स्थायी तौर पर जब्त कर लिया जाएगा. इस मामले का ट्रायल दिल्ली में चलेगा और दोषी पाए जाने पर सात साल तक की सजा हो सकती है.
अभी तक आयकर विभाग लालू परिवार की दिल्ली की फ्रेंड्स कॉलनी में स्थित एक कोठी के अलावा पटना में मॉल की उनकी जमीन जब्त कर चुकी हैं. इसके अलावा मीसा भारती के नाम से एक फॉर्म हाउस भी जब्त हो चुका है. लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव का पेट्रोल पंप भी जब्त किया जा चुका है.