बिहार का साम्प्रदायिक दंगा एक विशेष समुदाय पर षड्यंत्रकारी हमला: इंजीनियर उबैदुल्लाह

474

बिहार मुस्लिम युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर उबैदुल्लाह ने बिहार के 9 जिलों में राम नवमी के अवसर पर हुए मुसलमानों पर षडयंत्र रूपेण हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा के इस मामले में शान्तिप्रिय लोग पुलिस की हिरासत में और दंगाई एवम असामाजिक तत्व आज़ाद हैंहर ज़िला में एक साथ राम नवमी की जुलूस न निकाल कर विभिन्न तिथियों में जुलूस निकाले गए ताकि दूसरे शहरों के लोगों की भीड़ जमा कराई जा सके।अचम्भे की बात तो यह है कि साम्प्रदायिक हमलों में गोरखपुर और देवरिया से गुंडे बुलाये गए थे और उन्हीं जिलों की मोटरसायकलें उनको दी गयी थीं और उसकी तैयारी महीनों से की जा रही थी हज़ारों की संख्यां में तलवारें बाँटि गयी थीं हैरत की बात तो यह है कि तलवारों की खरीददारी ऑनलाइन की गई और प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं कि।जिस प्रकार प्रशासन। विधायिका तथा मीडिया के सहयोग से नफरत को बढ़ावा दिया जा रहा है वो हमारे देश के लिए शर्मनाक है। उन्हों ने कहा कि जुलूस में एक बात यह देखने को मिली कि स्थानीय लोग बहुत कम भाग लिए लेकिन बाहर के लोग बहुत अधिक थे।इंजीनियर उबैदुल्लाह ने बिहार सरकार की इस मामले में अपनाई गई नीति की भी कड़ी शब्दों में निंदा की। क्योंकि बिहार सरकार की पुलिस प्रशासन अपराध्यों से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पुलिस हिरासत में ले रही है जो बहुत ही अमानवीय एवं असंवैधानिक है। उन्हों ने सचेत किया कि 2019 लोकसभा चुनाव तक इस प्रकार के हादसात को पूरे देश में विशेष कर UP और बिहार में दोहराये जा सकते हैं। उन्हों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं प्रधानमंत्री से मांग किया है कि वहाँ शांति की स्थापना की जाए नही तो असामाजिक तत्वों के दुवारा अधिक आग भड़काई जा सकती है। उन्हों ने विशेष रूप से कहा कि में इसको हमला इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि हमला कवक एक ही पक्ष से विशेष समुदाय के लोगों पर हुआ है। अंत में उन्हों ने मुसलमानों से अपील किया कि शांति बनाए रखें और देश की न्याय पालिका एवं संविधान में आस्था रखें देश के संविधान पर खतरा मंडरा रहा है उसको बचाने के लिए दलित मुसलमान साथ आ कर सड़क से संसद तक साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ें। इसके साथ पयाम के जेनरल सेक्रेटरी समीउल्लाह खान ने बिहार के विभिन ज़िलों में हुए हिंसा को सरकार की साज़िश बताते हुए कहा कि इस समय मिल्ली तंजीमों के ज़िम्मेदारान नज़र नहीं आ रहे है जिन लोगों ने विधानसभा चुनाव के समय मुसलमानों का सौदा जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल तथा कांग्रेस से किया था। इस अवसर पर पयाम के अध्यक्ष नजीबुल्लाह खान, AISF दिल्ली के उपाध्यक्ष शाहनवज़ भारती एवं शहज़ाद आलम आदि मौजूद थे।