भाषा,साहित्य और धर्मशास्त्र समझने,पढने के लिए संकुचित विचार बाधा नहीं बनें।आधुनिक युग में यह सभो के लिए सर्व-सुलभ हो।लेकिन ऐसा होता नहीं है आप को याद होगा गत वर्ष बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में धर्म शास्त्र पढाने के लिए नियुक्त मुस्लिम शिक्षक को योगदान करने नहीं दिया गया।कया सनातन धर्म पर केवल हिन्दूओ का एकाधिकार है,इस्लाम धर्म पर केवल मुस्लिमों का एकाधिकार है इस देश में।शुभम् यादव और इस्लामिक स्टडीज़,कश्मीर विश्वविद्यालय बधाई के पात्र है।विचार करेंगे,सोंच बदलेंगे
आफाक आजम (पत्रकार मुजफ्फरपुर)