नई दिल्लीः महान स्वतंत्रता सेनानी हकीम अजमल ख़ान की याद में मनाए जाने वाले यूनीने डे के मौक़े पर एनडीटीवी के एग्जीक्यूटिव एडिटर रवीश कुमार और हिन्द न्यूज़ के संपादक अब्दुल माजिद निज़ामी को हकीम अजमल ख़ान ग्लोबल आवार्ड देकर सम्मानित किया गया. यह आवार्ड प्रोफेसर अख़्तुर उल वासे, राज्यसभा में नेता विपक्ष ग़ुलाम नबी आज़ाद, मलेशिया के उच्चायुक्त दातो अब्दुल हामिद के हाथों प्रदान किया गया।
दिल्ली के इंडियन इस्लामिक कल्चरल सेंटर में हकीम अजमल ख़ान की याद में आयोजित नेशनल यूनीनी डे के मौके पर रवीश कुमार ने हकीम अजमल ख़ान को याद करते हुए कहा कि समाज में जो सांप्रदायिकता आज फैली हुई है, उसका इलाज अंग्रेज़ी दवाईयों से नहीं होगा, बल्कि उसका हकीम अजम ख़ान से ही होता है। उन्होंने कहा कि आज समाज को एक नहीं बल्कि लाखों अजमल ख़ान की जरूरत है। बता दें कि रवीश कुमार को भी हकीम अजमल ख़ान ग्लोबल आवार्ड देकर सम्मानित किया गया है।
रवीश कुमार ने कहा कि दिल्ली चुनाव में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल केन्द्र सरकार के नेताओं द्वारा किया गया है, वह बहुत डरावना है। उन्होंने कहा कि इस देश की मिट्टी में हकीम अजमल ख़ान जैसे महान लोग मिले हुए हैं, इन्हें कैसे मिटाओगे। रवीश कुमार ने कहा कि आज समाज को हकीम अजमल ख़ान की बहुत जरूरत है, यह समाज बहुत बीमार हो गया है।
इस मौक़े पर हिन्द न्यूज़ के संपादक अब्दुल माजिद निज़ामी द्वारा रवीश कुमार के लिये वे पंक्तियां पढ़ी गईं, जो उन्होंने रवीश कुमार के जन्मदिन पर लिखकर रवीश को समर्पित कीं थीं। माजिद निज़ामी ने रवीश कुमार के लिये पढ़ते हुए कहा कि सच का साथी जांबाज़ सिपाही रवीश कुमार है।
कार्यक्रम में शिरकत करने आए पूर्व स्वास्थय मंत्री एंव जम्मू एंड कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि ऐसी शख्सियत सदियों में पैदा होती हैं, जैसी शख्सियत के मालिक हाकिम अजमल ख़ान थे। उन्होंने कहा कि हकीम साहब ऐसी इकलौती शख्सियत थे जो कांग्रेस, मुस्लिम लीग के अध्यक्ष रहे। इतना ही नहीं हकीम अजमल ख़ान ने दिल्ली में हिन्दू महासभा के एक सम्मेलन की भी अध्यक्षता की थी। इस मौक़े पर प्रोग्राम के आयोजक डॉक्टर असलम जावेद ने भारत सरकार से मांग की हकीम अजमल ख़ान को भारत रत्न दिया जाए और इस महान स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर एक विश्विद्यालय बनाया जाए, और AIIMS की तर्ज पर आयुर्वेदिक संस्थान बनाया जाए।