महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 1233 नए केस सामने आए हैं। ये एक दिन में अब तक का सबसे ज्यादा मामला है। इसके बाद राज्य में कोराना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 16,751 हो गई है। इसके साथ ही, एक दिन में यहां पर रिकॉर्ड 34 लोगों की कोरोना से मौत हुई है, जिसके बाद अब महाराष्ट्र में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 651 हो गई है। महाराष्ट्र में अभी 10 दिन में दोगुने मामले हो रहे हैं क्योंकि 26 अप्रैल को कोरोना के 8 हजार मामले थे।
इधर, मुंबई में एक दिन में 769 कोविड-19 के केस आए हैं जो एक दिन में केसों की संख्या में सबसे बड़ी उछाल है। इसके बाद यहां पर कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या आंकड़ा 10,714 हो गया है जबकि बुधवार को 25 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 3-3 पुणे और अकोला से, 1-1 जलगांव और सोलापुर से हैं। उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक व्यक्ति की भी मुंबई में मौत हो गई। इसके बाद मुंबई में अब तक कुल 412 मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है।
राज्य में कोरोना के कुल मामलों का सिर्फ मुंबई में 63.93 प्रतिशत है, इसलिए राज्य सरकार कोरोना केस में भारी इजाफे को देखते हुए मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दे रही है। केन्द्र की तरफ से किए गए अनुमान मुताबिक, (10 दिन में केस दर दोगुने होने की स्थिति में) मुंबई में मई के मध्य तक 29 हजार करीब कोरोना संक्रमण के मामले हो सकते हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने आईसीयू बेड में बढ़ोत्तरी के लिए केंद्रीय संस्थाओं से मांगी मदद
कोविड-19 के मामले बढ़ने के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे, सेना और अन्य केंद्रीय उपक्रमों के अस्पतालों से आग्रह किया है कि वे राज्य में मौजूद अपनी सुविधाएं सरकार के लिए उपलब्ध करवाएं। राज्य सरकार मामले बढ़ने के साथ ही गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) के बेड की संख्या में इजाफा करना चाहती है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोविड-19 मरीजों के इलाज और आईसीयू बेड की चिंता को लेकर निजी तौर पर उच्च अधिकारियों से चर्चा की है। बयान के मुताबिक, ”योजना के तहत, राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में रेलवे, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, भारतीय सेना, नौसेना और केंद्र सरकार के अन्य उनक्रमों के अस्पतालों, संस्थानों और इमारतों की सुविधाएं उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।”
राज्य सरकार ने कहा कि वह पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस से निपटने में जुटे हैं और इसकी रोकथाम के लिए कई उपाय किए गए हैं। बयान के मुताबिक, ”परीक्षणों की संख्या में व्यापक वृद्धि की गई है, ऐसे में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। स्वस्थ होने वाले और अस्पताल से छुट्टी पाने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।”
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा था कि कुल 2,819 मरीज विभिन्न अस्पतालों से ठीक होकर जा चुके हैं। बयान में कहा गया, ”केंद्र ने मई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया है, राज्य सरकार ने मुंबई और पुणे में क्वारंटाइन होम और आईसीयू सुविधाएं तैयार की हैं।”