मुंबई पुलिस के एक फैसले से 35 हजार निवेशकों के आ गए अच्छे दिन, जानें पूरा मामला

510

नई दिल्ली: देश में सबके अच्छे दिन आएं या न आएं लेकिन मुंबई के 35 हजार निवेशकों के अच्छे दिन आ गए हैं. फर्जी कंपनियों में सालों पहले डूबे रुपये अब मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा वापस करने वाली है और इसके लिए बाकायदा एक रिफंड यूनिट का गठन किया गया है. भायखला के ट्रैफिक इंस्टिट्यूट इमारत की दूसरी मंजिल पर बनी इस यूनिट में  एसीपी और एक इंस्पेक्टर सहित 8 पुलिस कर्मी तैनात किए गये हैं. तकरीबन 20 साल बाद इस खबर से निवेशकों की तो जैसे लॉटरी लग गई है क्योंकि सभी ने पैसे वापस मिलने की उम्मीद कई साल पहले छोड़ दी थी.

अंधेरी के किशन शेवाले तो इतने खुश हुए है कि उन्हें लग रहा है कि बुढ़ापे में उनकी लॉटरी लग गई है. इसी तरह डेढ़ लाख का निवेश करने वाले अशोक कनौजिया और 2 लाख 70 हजार का निवेश करने वाले रोडाल्फ़ जॉन ने भी खुशी का इजहार किया. बुधवार को वो सभी अपने दस्तावेज जमा कराने रिफंड यूनिट पहुंचे थे. मुम्बई पुलिस की प्रवक्ता डॉ रश्मि करंदीकर ने बताया कि 9 कंपनियों में निवेश करने वाले 35 हजार निवेशकों के पैसे लौटाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. अभी जिन कंपनियों के निवेशकों के पैसे लौटाए जा रहे हैं वो हैं

मेसर्स मेडिकेयर
मेसर्स कॉसमॉस पब्लिसिटी
मेसर्स कोणार्क
मेसर्स सी यु मार्केटिंग
मेसर्स शिमेटिक फाइनेंस
मेसर्स एडवेंचर ग्रुप
मेसर्स वी जे एस ग्रुप
मेसर्स पार्ले फाइनेंस
मेसर्स शिवानंद फाइनेंस

पुलिस की मानें तो ये एमपीआईडी यानी कि महारष्ट्र प्रोटेक्शन ऑफ इंटरेस्ट ऑफ डिपॉजिटर कानून की वजह से संभव हो पाया है. जिसमें पुलिस को जब्त रुपए लौटाने का अधिकार है और अदालत की अनुमति से पुलिस 40 करोड़ रुपए लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है. इसके अलावा 410 करोड़ की जब्त संपत्ति है को बेचने की प्रक्रिया जारी है. सभी पैसे निवेशकों के दस्तावेज़ों की जांच कर आरटीजीएस के जरिए दिए जाएंगे. इसके लिए निवेशकों से रद्द किया हुआ चेक भी जमा कराया जा रहा है.