आसिफ इमाम
लखनऊ से एक ख़ूबसूरत तस्वीर सामने आई है, अखिलेश यादव जी की बेटी टीना यादव CAA के खिलाफ प्रोटेस्ट में शामिल हुई हैं।सर्द अंधेरी रात में महिलाओं का कम्बल लेकर भागने वाली Up police का अभी मन नहीं भरा जो मशहूर शायर मुनव्वर राना जी की तीनों बेटियां सुमैय्या राना, फौजिया राना, रुखसाना समेत 150 पर मुकदमा ठोंक दिया। मैं सलाम करता हूं नारीशक्ति का जो जुलमतों के दौर में इस तानाशाही का डंट कर मुकाबला कर रहीं हैं। बता दें कि, दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर घंटाघर परिसर में सैकड़ों महिलाएं पिछले पांच दिन से कड़ाके की ठंड के बीच प्रदर्शन कर रही हैं।
बेटियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किए जाने पर मुनव्वर राना ने कड़ा ऐतराज़ जताते हुए कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनकी बेटियों सुमैया और फौजिया पर धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा तोड़ने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। मगर वह ये भी बताएं कि इसी निषेधाज्ञा की धज्जियां उड़ाकर आज लखनऊ में रैली करने वाले गृह मंत्री अमित शाह पर कब मुकदमा होगा। उनकी रैली ऐसे समय में हुई जब शहर में धारा 144 लागू है। अमित शाह की इसी रैली का हवाला देते हुए मुनव्वर राना ने अपनी बेटियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किए जाने पर सवाल खड़े किए।उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नजर में शाह का रैली करना जायज है तो जाहिर है कि पुलिस की कार्रवाई सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहीं उनकी बेटियों और तमाम मुल्जिम महिलाओं और लड़कियों के साथ नाइंसाफी है। राना ने कहा कि यह तो वही हुआ कि जब किसी शहर में कोई ‘शाह’ आता है तो फकीरों के बेटे—बेटियां बंद कर दिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां की सरकार कहती है उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश है, यहां सब ठीक है। अगर यहां सब ठीक है तो धारा 144 क्यों लगाया गया।एक आंसू भी हुकुमत के लिए खतरा है… तुमने देखा नहीं आंखों का समंदर होना…”। राना ने कहा, “जिस दिन ये आंसू समंदर हो जाएंगे उस दिन बड़ी-बड़ी पार्टियां इसमें बह जाएंगी। हिटलर और चंगेज़ भी इसी में बह गए”।