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नई दिल्ली: मोदी सरकार में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है. रविवार की सुबह मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. सुबह 11 बजे नए मंत्री शपथ ले सकते हैं. केंद्रीय मंत्रियों बंडारू दत्तात्रेय, प्रताप रूडी, उमा भारती संजीव बालियान और फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को भेज दिया है. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए महेंद्र नाथ पांडे का भी मंत्रिमंडल से जाना तय है. कुल 9 से 10 मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है जिनमें कलराज मिश्र नाम भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि हटाए गए मंत्रियों को पार्टी संगठन में जगह दी जा सकती है. 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का ये आखिरी मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार माना जा सकता है.
जानें क्यों हट रहे हैं मंत्री?
उमा भारती
उमा भारती को स्वास्थ्य कारणों से हटना आधिकारिक कारण बताया गया है. इसके अलावा नमामि गंगे की प्रगति संतोषजनक न होना भी एक कारण है. उन्हें बुंदेलखंड में पार्टी संगठन को मज़बूत करने की ज़िम्मेदारी मिल सकती है.
कलराज मिश्र
75 वर्ष से अधिक उम्र के हो गए हैं. मंत्रालय में संतोषजनक प्रदर्शन नहीं है. नोटबंदी के बाद लघु और मंझोले उद्योगों को समस्या हुई थी.
संजीव बालियान
संजीव बालियान की कार्यशैली संतोषजनक नहीं है. मंत्रालय का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा. संगठन में बड़ी ज़िम्मेदारी मिल सकती है.
फग्गन सिंह कुलस्ते
मप्र चुनावों के मद्देनज़र मिल सकती है प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी मिल सकती है. यही सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है.
महेंद्र नाथ पांडे
महेंद्र नाथ पांडे को यूपी बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया है. एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत इन्हें हटाया जा रहा है.
राजीव प्रताप रूडी
राजीव प्रताप रूडी मंत्रालय का काम संतोषजनक नहीं है. नए मंत्रालय में अधिक उपलब्धि नहीं मिली. पीएम चाहते थे कौशल विकास में बड़ी उपलब्धि हासिल हो. अब उन्हें संगठन में ज़िम्मेदारी मिल सकती है.
बंडारू दत्तात्रेय
श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय तेलंगाना में संगठन की ज़िम्मेदारी निभाएंगे. बंडारू दत्तात्रेय श्रम मंत्रालय के फ़ैसलों पर आरएसएस से जुड़े संगठनों ने सवाल उठाए थे. श्रम सुधारों को लेकर लचर प्रदर्शन उनके इस्तीफे का कारण बताया जा रहा है. हालांकि उन्हें तेलंगाना में संगठन को मज़बूत करने का काम दिया जा सकता है.