पटना: रविवार को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल होने जा रहा है. इस फेरबदल से पहले बीजेपी के कोटे से कुछ मंत्रियों ने अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं. इन नेताओं को पार्टी कार्यों में लगाए जाने की बात पार्टी कह रही है. वहीं, इस फेरबदल में बिहार में हाल ही बदले राजनीतिक समीकरण का असर दिल्ली में देखने को मिलेगा. राजद का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ जेडीयू को भी इस विस्तार में जगह मिलेगी. बताया जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू के दो नेताओं को भी मंत्रीपद दिया जाएगा. अभी तक की जानकारी के अनुसार जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने रामचंद्र प्रसाद का नाम तय कर लिया है. वहीं संतोष कुशवाहा के नाम पर अभी चर्चा है. सूत्रों का कहना है कि इनके अलावा कुछ और नाम भी रेस में हैं, लेकिन अभी दूसरे नेता का नाम तय नहीं हुआ है जिसे मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी.
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में बड़ा बदलाव होने के संकेत मिल रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक कम से कम 8 से 9 मंत्रियों का इस्तीफा ले लिया जाएगा. तीन केंद्रीय मंत्रियों राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती संजीव बालियान और फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को भेज दिया है. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए महेंद्र नाथ पांडे का भी मंत्रिमंडल से जाना तय है. बताया जा रहा है कि हटाए गए मंत्रियों को पार्टी संगठन में जगह दी जा सकती है. इस कैबिनेट विस्तार में जेडीयू से दो चेहरों को शामिल किया जा सकता है, जिनमें नीतीश के करीबी आरसीपी सिंह और संतोष कुशवाहा का नाम आगे है.शिवसेना से एक और तेलगुदेशम से एक मंत्री बनाए जा सकते हैं. ये भी संभव है कि टीडीपी से एक मंत्री बनाए जाने की जगह उसके मौजूदा राज्यमंत्री को प्रमोशन दे दी जाए.
बीजेपी कोटे से किन्हें मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह
भूपेंद्र यादव : अभी राजस्थान से राज्यसभा के सांसद हैं और पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी है. भूपेंद्र यादव को कुशल संगठनकर्ता के रूप में देखा जाता है. उनके कामकाज से पार्टी में काफी तारीफ होती है.
प्रह्लाद जोशी : लोकसभा के सांसद हैं. कर्नाटक में बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. कर्नाटक में विधानसभा चुनाव देखते हुए उनको मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है.
विनय सहस्त्रबुद्धे : राज्यसभा सांसद हैं और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर पार्टी की ओर से राय रखते हैं. एबीवीपी और आरएसएस से गहरा नाता है.
हरीश द्विवेदी : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले सांसद हैं. उत्तर प्रदेश में बीजेपी अब ब्राह्णण और ठाकुरों के बीच समीकरण बैठाने की कोशिश कर रही है. हरीश द्विवेदी मध्यमवर्गीय ब्राह्णण परिवार से आते हैं.
सुरेश आंगड़ी : कर्नाटक के बेलगाम से सांसद हैं. उनको भी मंत्रिमंडल में जगह राज्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुए दी जा रही है.
अश्विनी चौबे : बिहार से बक्सर लोकसभा सीट से सांसद हैं और राज्य में बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं.
सत्यपाल सिंह : मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और अब बागपत सीट से सांसद सत्यपाल सिंह को बीजेपी राज्य में जाट नेता के तौर पर स्थापित करना चाहती है. इस लिहाज से उनको मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
हेमंत बिस्व शर्मा : असम में बीजेपी की जीत में बड़ी भूमिका निभाने वाले हेमंत बिश्व शर्मा को बीजेपी मंत्रिमंडल में जगह दी सकती है
. ओम प्रकाश माथुर : यूपी के प्रभारी और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा को कुशल संगठनकर्ता के तौर पर जाना जाता है. वह कई चुनाव अभियानों में बड़ी भूमिका निभा चुके हैं.
इसके अलावा जेडीयू सहित कई दूसरे सहयोगी दलों के नेताओं को भी मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की चर्चा है.