मुजफ्फपुर सहित भारत के कई आश्रय घरों में यौन अपराधों की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ नई दिल्ली के इंडिया गेट के पास एक मौन विरोध जुलूस निकाला गया जिस का आयोजन समधान अभियान ने किया था जिस में दिल्ली के कई समाजिक संस्था ने भाग लिया । विरोध जुलूस में लोग हाथों में नारे की तख्तियां लिये काफी संख्या में महिला एवं पुरुषों ने पैदल मार्च किया।
समाधान अभियान के निदेशक अर्चना अग्निहोत्री ने कहा कि हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक आश्रय घरों में पूर्ण सुरक्षा के लिए एक सतत एवं स्थायी निवारण नहीं मिल जाता है ।
सामाजिक संगठन नेहवा की अध्यक्ष जबीं शम्स निजामी ने कहा कि सरकार की नाक के नीचे आश्रय घरों में बच्चों के साथ अत्याचार होते रहे और सरकारें सोती रही, ये कैसा विकास है ?
वहीं तंजीम ए इंसाफ के मोहम्मद मुसलिम ने कहा कि देश में राजनिति का स्तर गिरता जा रहा है नैतिकता नाम कि कोई चिज़ बची नहीं है इस का उधारण बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी है दोनों राज्यों में आश्रय घरों में यौन अपराध हुआ इन लोगों कौ नैतितकता के आघार पर इस्तिफा देना चाहिय !
इस जुलूस में संगठन की ओर से जयदीप मिश्रा, नितिका जैन, नम्रता, सुजाता, प्रीति अग्रवाल सहित कई महिला एवं पुरुष शामिल हुए।