रोसड़ा में बाहरी तत्वों ने तनाव फैलाया, फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण

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बिहार के समस्तीपुर के रोसड़ा में अब स्थिति शांतिपूर्ण है. एक दिन पहले मंगलवार को पूरे शहर में बवाल दिख रहा था, लेकिन अब यहां शांति बनी हुई है.

रोसड़ा में सांप्रदायिक तनाव का कोई इतिहास नहीं रहा है, लेकिन कुछ बाहरी तत्वों ने स्थिति बिगड़ने की कोशिश की जिन्हें कामयाबी नहीं मिली. बुधवार को समस्तीपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार और पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन ने यहां के स्थानीय लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक की और पूरे शहर में दोनों समुदायों के लोगों ने मानव शृंखला बना कर आपसी भाईचारे का संदेश दिया.

हालांकि घटना की शुरुआत सोमवार की शाम उस समय हुई जब रोसड़ा के गुदरी बाजार से मूर्ति विसर्जन के लिए लोग जा रहे थे, उसी समय इसके करीब जामा मस्जिद के बगल के घर से चप्पल आ कर गिरा. उस समय इसको लेकर नोकझोंक हुई. फिर यहीं से तनाव शुरू हो गया.

इस दौरान दोनों गुटों के बीच तनाव बढ़ता गया. मंगलवार की सुबह होते-होते लोग यहां बड़ी संख्या में एकत्र होने लगे. लोगों ने रोसड़ा के तीन मस्जिदों को निशाना बनाया. इसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई और पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने में मशक्कत करना पड़ी.

जिलाधिकारी और एसपी के वहां पहुंचने के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका. इस मामले में पुलिस ने 3 एफआईआर दर्ज किए हैं. चप्पल वाले मामले में एक शहजाद नाम के व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है जबकि एक फरार है.

हालांकि कहा जा रहा है कि रोसड़ा में बवाल मचाने वाले लोग बाहरी थे. समस्तीपुर के एसपी दीपक रंजन ने बताया कि फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. रोसड़ा में धारा 144 लागू है. जन जीवन सामान्य है और फिलहाल के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है.

दूसरी ओर, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि औरंगाबाद में शांति-भंग करने की साजिश करने वालों पर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की पूरी नजर है, लेकिन विपक्ष के कुछ गैरजिम्मेदार लोग राजनीतिक फायदे के लिए हालात को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जल्दी ही उनको चिन्हित कर कार्रवाई होगी.