नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की दिक्कतें बढ़ गई हैं. ईडी के बाद अब आयकर विभाग काफी सक्रिय हो गया है. आयकर विभाग ने लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती की दिल्ली के बिजवासन के फार्म हाउस को अटैच कर दिया है. साथ ही खबर है कि पटना में लालू प्रसाद यादव के बने मॉल की जमीन को जब्त किया गया है. बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मीसा भारती के बिजवासन इलाके स्थित फॉर्म हाउस को पहले ही अटैच किया था. यह फॉर्म हाउस मीसा और उनके पति शैलेश का है.
गौरतलब है कि ईडी मीसा और शैलेश के जवाबों से संतुष्ट नहीं थी. ईडी ने धनशोधन के मामले में दोनों से जवाब तलब किया था. दोनों से कई घंटों पूछताछ भी गई थी.
आरोप है कि यह फार्म हाउस शैल कंपनियों के जरिए आए धन से खरीदा गया था. चार शैल कंपनियों के जरिए 1 करोड़ 20 लाख रुपये आए थे. इसी पैसे से यह खरीद हुई. साल 2008-09 में शैल कंपनियों के जरिए पैसा आया था जब लालू यादव रेलमंत्री थे. इस मामले में जांच की आंच लालू तक भी पहुंच सकती है. सीबीआई और ईडी इस मामले में जांच कर रही हैं. ईडी ने मीसा और शैलेश के ठिकानों पर 8 जुलाई को भी छापेमारी की थी और दोनों से पूछताछ हुई थी. वहीं मीसा के सीए राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी आरोपपत्र दायर कर चुका है. राजेश फिलहाल तिहाड़ जेल में है.
ईडी ने सीए राजेश अग्रवाल, व्यवसायी भाइयों सुरेंद्र जैन व वीरेंद्र जैन और अन्य कंपनियों सहित 35 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है. अग्रवाल पर जैन बंधुओं, सुरेंद्र जैन और वीरेंद्र जैन की मदद से संदिग्ध लेनदेन के जरिए काले धन को सफेद करने का आरोप है. ईडी ने जैन बंधुओं को 20 मार्च को गिरफ्तार किया था. ईडी ने मई में इस मामले में अपना पहला आरोप-पत्र दायर किया था. इसके बाद 22 मई को अग्रवाल को गिरफ्तार किया था.
उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप यादव के पेट्रोल पंप का लाइसेंस पहले ही रद्द किया जा चुका है. बीपीसीएल अधिकारियों की एक टीम लारा पेट्रोल पंप पर पहुंची और उसके रद्द होने का नोटिस थमा दिया था. ऐसा कोर्ट की उस कार्रवाई के बाद हुआ जिसमें अदालत ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के स्वामित्व वाले पेट्रोल पंप को लेकर तेल कंपनी की कार्रवाई पर लगा स्थगन हटा लिया.
अभी तक की जानकारी के अनुसार जिन संपत्तियों को आयकर विभाग ने अटैच किया है कि उनकी सूची यह है –
1. फार्म नंबर 26, पालम फार्म्स, बिजवासन, दिल्ली.
शेल कंपनी : मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लि.
लाभार्थी : मीसा भारती और शैलेश कुमार.
बुक वैल्यू : 1.4 करोड़ रुपये
मार्केट वेल्यू : 40 करोड़ रुपये
2. मकान नंब 1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी
शेल कंपनी : एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लि.
लाभार्थी : तेजस्वी यादव, चंदा और रागिनी यादव
बुक वैल्यू : 5 करोड़ रुपये
मार्केट वैल्यू : 40 करोड़ रुपये
3. पटना के दानापुर के पास जालापुर में 9 प्लॉट
शेल कंपनी : डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लि.
लाभार्थी : राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बुक वैल्यू : 1.9 करोड़ रुपये
मार्केट वैल्यू : 65 करोड़ रुपये
4. पटना के दानापुर के पास जालापुर में 3 प्लॉट
शेल कंपनी : एके इंफोसिस्टम
लाभार्थी : राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बुक वैल्यू : 1.6 करोड़ रुपये
मार्केट वैल्यू : 20 करोड़ रुपये
गौरतलब है कि 17 जून को तेज प्रताप यादव के पेट्रोल पंप का लाइसेंस भारत पेट्रोलियम निगम लिमिटेड (बीपीसीएल) ने रद्द कर दिया. बीपीसीएल ने यह कार्रवाई पेट्रोल पंप के लिए ‘अवैध’ तरीके से जमीन लिए जाने के आरोप के तहत की थी. हालांकि शाम होते-होते एक स्थानीय अदालत ने बीपीसीएल के आदेश पर रोक लगा दी थी.तेज प्रताप ने बीपीसीएल के रद्द करने के आदेश को एक स्थानीय अदालत में चुनौती दी थी, जिसके बाद अंतरिम रोक का आदेश सामने आया था.
तेज प्रताप ने बीपीसीएल के रद्द करने के आदेश को एक स्थानीय अदालत में चुनौती दी थी, जिसके बाद अंतरिम रोक का आदेश सामने आया था.