लॉक डाउन: लोगों ने जरूरत से ज्यादा खरीद लिये सामान, अब दुकानों में होने लगी कमी

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कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर पटना समेत बिहार में 31 मार्च तक लॉक डाउन है। लॉक डाउन के पहले दिन सोमवार को लोगों ने राशन मंडी समेत अन्य सामान जरुरत से ज्यादा खरीद ली है। लॉक डाउन के दूसरे दिन मंगलवार को दलदली राशन मंडी में कुछ सामानों की किल्लत देखी गई। कुछ सामान की कीमते 2 से 10 रुपये तक बढ़ गई हैं। राशन मंडी में आटा करीब करीब पूरी तरह समाप्त हो गया है। कहीं-कहीं बचा आटा मिल भी रहा है तो कालाबाजारी हो रही है। दलदली मंडी में कहीं-कहीं आटा 40 से 45 रुपये प्रति किलो के भाव से मिल रहा है।

मिल से नहीं हो रही आपूर्ति
पिछले पांच दिनों से आटे की मिल से आपूर्ति बाधित है। इस कारण मंडियों में आटे की किल्लत हो गई है। आटे के थोक बिक्रेता मनोज कुमार ने कहा कि मिल से आटे की आपूर्ति करीब बाधित है।

गली मोहल्ले की दुकानों का हाल
गली मोहल्ले के दुकानों में भी कुछ सामनों की किल्लत होनी शुरु हो गई। दूसरी चीजों तो मिल जा रही लेकिन आटा नहीं मिल रहा है। दुकानदारों का कहना है कि जितना ऑटे स्टॉक हमारे पास था सभी बिक गये हैं। थोक बिक्रेता कह रहे हैं कि जब मिल से ही आपूर्ति नहीं हो रही है तो हम आपको कहां देंगे।

चावल-चीनी भी नहीं दे रहे किराना दुकानदार
कोरोना वायरस के संक्रमण चेन को तोड़ने के उद्देश्य से देशभर में लगाए गए लॉकडाउन के बीच खाद्य सामग्रियों की कीमते आसमान छू रही है। खासकर आलू-प्याज की कीमत हर दिन बढ़ती जा रही है। वहीं बाजार से अब चावल, दाल और चीनी भी दूर होते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी के देशभर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोगों में किराना सामान खरीदने की होड़ मची रही। इस कारण होलसेलर से लेकर खुदरा किराना दुकानदारों तक ने बढ़ोतरी कर दी। मंगलवार को जहां चावल चीनी और दाल आसानी से दुकानों में मिल जा रहे थे, बुधवार को दुकानदारों से विनती करनी पड़ रही थी।

प्रशासन की ओर से दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण समान स्टॉक में रहने के बावजूद अधिक मुनाफा कमाने के लिए कीमतों में वृद्धि कर दी गई है। बुधवार को भी सुबह में किराना दुकानों में काफी भीड़ देखी गई। लोगों इंदिरा नगर के किराना दुकानदार महेश ने बताया कि 21 दिनों के लॉक डाउन किये जाने के बाद से ही बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ी पड़ी है। लोग ज्यादा से ज्यादा राशन इकट्ठा करने की होड़ में लगे हैं। ताकि बाद में उन्हें कोई परेशानी नहीं हो। महेश ने कहा कि थोक मंडियों में भी चावल को रोक कर रखे हुए हैं। वहीं कहीं कहीं मिल भी रहा है तो काफी महंगे, इस वजह से खूदरा में 35 से 40 प्रति किलो चावल बिक रहा। वहीं चीनी की किमत भी 40 पार कर गई है।